लखनऊ: इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. इन्ही सवालों के बीच ईवीएम के बजाय मतपत्रों से मतदान कराने की मांग पर विपक्ष को एकजुट करने की समाजवादी पार्टी की पहल के तहत शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी.


सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया कि ईवीएम में गड़बड़ी की पुरानी शिकायत है. हाल के गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद इस पर बहस और तेज हो गई है. सपा की मांग है कि भविष्य में सभी चुनाव ईवीएम के बजाय मतपत्रों से कराए जाएं. इस पर विपक्ष को एकजुट करने के लिये पार्टी ने पिछले महीने सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर आमंत्रित किया था. यह बैठक शनिवार को जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट कार्यालय में होगी.


इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस और बसपा के नेता भी इस बैठक में शामिल होंगे, चौधरी ने कहा कि सपा ने सभी को न्यौता भेजा था. अब यह कल ही मालूम होगा कि इसमें कौन-कौन शामिल होता है.


उन्होंने बताया कि बैठक में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव ईवीएम के बजाय मतपत्रों से कराने की मांग पर आम राय बनाने की कोशिश की जाएगी. चौधरी ने बताया कि बैठक में सपा की तरफ से अध्यक्ष अखिलेश यादव, दोनों सदनों में विपक्ष के नेता तथा वह खुद शामिल होंगे.


बता दें कि पिछले साल हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में हार के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती ने सबसे पहले बीजेपी पर ईवीएम से छेड़छाड़ कर बहुमत हासिल करने का आरोप लगाया था. उसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे.