TMC On Opposition Unity: अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने की कवायद तेज है. पिछले महीने बिहार की राजधानी पटना में नीतीश कुमार ने एक बैठक बुलाई जिसमें कई दलों के नेता शामिल हुए. इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की चीफ ममता बनर्जी ने भी हिस्सा लिया. अब विपक्ष को लेकर उनकी पार्टी के सांसद ने एक बयान दिया है.
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने विपक्षी एकता को लेकर कहा है, “हम नहीं चाहते कि विपक्षी एकता का प्रभाव (पश्चिम बंगाल में) पड़े. टीएमसी अकेले ही बंगाल में संसदीय चुनाव लड़ने में सक्षम है और हमें विपक्षी एकता की जरूरत नहीं है.” वहीं, विपक्ष की बैठक पटना में होने के बाद इसकी अगली बैठक को लेकर कहा जा रहा है कि ये कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होगी.
कांग्रेस, एनसीपी समेत प्रमुख विपक्षी दल होंगे शामिल
यह बैठक पटना में हुई पिछली बैठक में आए दलों के नेताओं की सहमति से हो रही है. इसमें एनसीपी, जेडीयू, जेएमएम, शिवसेना(यूटीबी), डीएमके, वामदल, समाजवादी पार्टी, एनसी, पीडीपी, तृणमूल समेत अन्य की सहमति है. माना जा रहा है कि इस बैठक में विपक्षी एकता के भविष्य का फॉर्मूला एक आकार ले लेगा.
इससे पहले 23 जून को बैठक में विपक्षी दलों ने एक होकर बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को चुनौती देने पर अंतिम सहमति बना ली गई थी. अब 14 जुलाई को बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा के बाद गठबंधन के नाम और इसके राष्ट्रीय कन्वेनर के नाम पर सहमति बन सकती है.
हालांकि, इससे पहले ही यह चर्चा तेज हो गई है. पटना बैठक में ही गठबंधन के एक महत्त्वपूर्ण सहयोगी ने गठबधन के नाम और उसके सहयोगी को लेकर एक संकेत दे दिया था. अगर किसी विपक्षी दल को इस पर आपत्ति न हुई तो बेंगलुरु बैठक के बाद इसकी औपचारिक तौर पर घोषणा की जा सकती है.
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