महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गयी. आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महंगाई के विषय को उठाने का प्रयास किया और कहा कि महंगाई के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए.


इसके बाद द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कुछ कहने का प्रयास किया. लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें अनुमति नहीं देते हुए प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया. इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में तख्तियां भी थीं.


कुछ देर ही चला प्रश्नकाल 


लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही कुछ देर प्रश्नकाल चलाया. इस दौरान सदस्यों ने खाद्य व प्रसंस्करण, ग्रामीण विकास और कृषि मंत्रालयों से जुड़े प्रश्न पूछे और संबंधित मंत्रियों ने पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये. शोर-शराबा बढ़ता देख अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी.


शून्यकाल में चार सदस्य ही अपने विषय रख पाए


कार्यवाही 12 बजे पुन: शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही. विपक्ष के सदस्य महंगाई के विषय पर नारेबाजी करते हुए और तख्तियां दिखाते हुए आसन के समीप आ गये. इस दौरान पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक दस्तावेज पेश कराये. सदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सामूहिक संहार के आयुध और उनकी परिदान प्रणाली (विधि विरूद्ध क्रियाकलापों का प्रतिषेध) संशोधन विधेयक 2022 पेश किया. इसके बाद अध्यक्ष ने शून्यकाल शुरू कराया. शून्यकाल में चार सदस्य ही अपने विषय रख पाए. हंगामा बढ़ने पर सभापति ने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.


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