रांची: कुछ दिनों पहले झारखंड के पलामू टाइगर रिजर्व (PTR) में एक बाघिन की मौत की खबर के बाद पलामू के टाइगर रिजर्व में शिकारियों की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए शिकारियों को गोली मारने का आदेश जारी किया गया है. माना जा रहा है कि बाघिन की मौत के बाद शिकारियों को लगने लगा है कि आसपास के जंगलों में और भी बाघ बाघिन हो सकते हैं और उन्हीं के शिकार के लिये शिकारियों ने बेतला नेशनल पार्क समेत अन्य जंगली इलाकों में घूमना शुरू कर दिया है जिसे देखते हुए वन्य प्रशासन ने बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिकारियों को गोली मारने का आदेश दिया है.


बेतला नेशनल पार्क के क्षेत्रीय निदेशल YK दास ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि बेतला और PTR दोनों ही जगहों पर बाघ मौजूद हैं और ऐसे में शिकारी अब ज्यादा सक्रिय हो सकते है जिसे देखते हुए रेंजर समेत अन्य पदाधिकारियों को चौकसी बरतने के लिए कहा गया है.


इतना ही नहीं जिस बाघिन की मौत हुई है बताया जा रहा है कि उसके नाम से एक स्मारक भी बनेगा. आपको बता दें कि इस बाघिन को 4 महीने पहले ही छत्तीसगढ़ से लाया गया था जिसकी 15 फरवरी को मौत हो गई थी. अभी भी बाघिन की मौत को लेकर संशय बना हुआ है कि आखिर उसकी मौत की असली वजह क्या थी.


शिकारियों को आसपास के जंगलों में बाघ होने की उम्मीद है तो वहीं 2019 में जारी राष्ट्रीय बाघ गणना के मुताबिक राज्य में एकमात्र बाघ रिजर्व पलामू में कोई भी बाघ नहीं है.