चंडीगढ़: सेना के रिटायर्ड कैप्टन मंजीत कुमार के परिवार ने दो लोगों को नया जीवन दिया है. कैप्टन के परिवार ने चंडीगढ़ पीजीआई में किडनी का दान किया जिसे दो ऐसे मरीज जो रीनल फेल्योर (किडनी का काम करना बंद कर देना) से पीड़ित थे और जिंदगी के लिए जूझ रहे थे को नया जीवन मिला है. कैप्टन मंजीत कुमार के कॉर्निया का भी दान किया गया जिससे दो लोगों की आंखों में रोशनी आई.


कैप्टन मंजीत कुमार अम्बाला के रहने वाले थे. 23 फरवरी को उनकी बाइक और एक गाड़ी की टक्कर हो गई. दुर्घटना के बाद कैप्टन को प्राथमिक चिकित्सा के बाद पीजीआई में भर्ती कराया गया जहां 25 फरवरी को डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इस गम के इस समय में भी उनकी पत्नी गुरमीत कौर ने अंग दान करने की सहमति दी. इसके बाद किडनी और कॉर्निया को ट्रांसप्लांट किया गया.


पत्नी गुरमीत कौर ने अंगदान पर कहा कि मेरे पति बहादुर सोल्जर थे. उन्होंने कहा कि हमने वही किया जो वह रहते तो करते. गुरमीत कौर ने कहा कि कैप्टन ने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों की रक्षा में बिताई और अब इस समय भी उन्होंने दूसरों को नई जिंदगी दी है.


वहीं, लुधियाना के रहने वाले वरिन्द्रर कुमार के परिवार ने भी अंगदान करके चार लोगों को नई जिंदगी दी. वरिन्द्रर कुमार की पत्नी ने कहा कि यह एक कठिन फैसला था लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसा करने से शायद हम दूसरों के उस दर्द को कम कर सकें जो अपने परिजनों को खोने का होता है.


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