मुंबई: महाराष्ट्र में बड़ी सियासी भूचाल के बाद देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के नेता अजित पवार ने शपथ ली. देवेंद्र फडणवीस को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री नियुक्त किया है. 30 नवंबर तक देवेंद्र फडणवीस को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है. इस बड़े उलटफेर के बाद कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना सकते में है.


कांग्रेस ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई और सभी विधायकों को एकजुट और मनोबल मजबूत रखने की हिदायत कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने दी. अहमद पटेल ने कहा कि 30 नवंबर को हमारी विजय निश्चित है. बस हमें एकजुट रहना है. विधायक दल की बैठक में अहमद पटेल ने कहा कि जैसा कि आप लोग सब जानते हैं हम लोग बहुत मेहनत करके यहां पर आए हैं, तो 30 तारीख को फिर से, एक बार हमारी विजय जरूर होगी. यह निश्चित है.


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उन्होंने कहा कि सवाल इतना ही है कि हमें इकठ्ठे रहना है. एकत्रित रहना है. हमारा मनोबल मजबूत रहना है, और कहीं पर भी कमजोरी नहीं आने देनी है. मुझे भी कहीं पर कमजोरी नहीं दिखाई दे रही है. ऐसे हालात जो हम देख रहे हैं, इकट्ठे रह कर हम लोगों को मिलकर इसका समाना करना है. यह चैलेंज हमें बीजेपी ने दी है.


यह ना सिर्फ उनकी तरफ से चैलेंज बल्कि राज्यपाल और सेंटर गवर्नमेंट की तरफ से, खास तौर पर मोदी और अमित शाह तरफ से चैलेंज है. उनको शिकस्त देना बहुत ही जरूरी है. उनको पराजित करना बहुत ही जरूरी है. तो ऐसे हालात में हम सब एकत्रित रहे मनोबल मजबूत रखें.


जाहिर तौर पर एनसीपी में हुई इस बड़ी टूट के बाद सभी पार्टियां फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं और ऐसे में जब जब कांग्रेस एक सॉफ्ट टारगेट हो सकती है. कांग्रेस के विधायक भी टूट सकते हैं. इस आशंका के मद्देनजर अपने विधायकों को एकजुट रखने की जिम्मेदारी कांग्रेस के बड़े नेताओं पर है. यही वजह है कि विधायकों का मनोबल ना टूटे और वह एकजुट रहें. इसके लिए बाकायदा पार्टी के बड़े नेता विधायकों को भरोसे में लेकर उनका मनोबल बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.


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