नई दिल्ली: भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत के कड़े तेवरों ने साफ कर दिया कि है कि अगर युद्ध हुआ और सरकार ने आदेश दिया तो सेना पाकिस्तान को घर में घुसकर मारेंगी, पाकिस्तान की परमाणु बम वाली गीदड़ भभकी काम नहीं आएगी.


12 जनवरी को दिए गए सेना प्रमुख के इस बयान से अब पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है, पाकिस्तान के बौखलाए विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया.


आसिफ ने कहा, ''भारतीय सेना प्रमुख की तरफ से आया बयान गैर जिम्मेदाराना है. यदि वो परमाणु टकराव चाहते हैं तो हमारी ताकत की परीक्षा के लिए उनका स्वागत है. जनरल के मन की आशंकाएं बहुत जल्द दूर हो जाएंगी.''


पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी अपने मंत्री के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, ''भारतीय सेना प्रमुख की तरफ से आई धमकी भरत की नई सोच को बताती है. किसी गफलत में कोई दुस्साहस की कोशिश न करे. पाकिस्तान अपनी हिफाज़त में पूरी तरह सक्षम है.''


पाकिस्तान को बड़ी बड़ी बातें करने से पहले एक बात ध्यान से समझ लेनी चाहिए कि ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक भारत दुनिया का चौथा सबसे ताकतवर देश है जबकि पाकिस्तान का नंबर 13वां है.




  • भारत के पास करीब साढ़े 13 लाख सैनिक हैं जबकि पाकिस्तान के पास सवा 6 लाख

  • भारत के पास करीब 4426 टैंक है जबकि पाकिस्तान के पास 2924 टैंक हैं

  • भारत के पास करीब 2100 हवाई जहाज है जबकि पाकिस्तान के पास 950

  • भारत के पास तीन विमानवाहक पोत हैं जबकि पाकिस्तान के पास एक भी नहीं है

  • भारत के पास 15 पनडुब्बियां हैं जबकि पाकिस्तान के पास 8 हैं

  • भारत के पास करीब 110-120 और पाकिस्तान के पास 120-130 परमाणु बम


यानि जल थल और तीनों ही भारतीय सेना के मुकाबले पाकिस्तान कहीं नहीं टिकता है और अगर युद्ध हुआ तो उसे सन् 65, 71 और 99 की तरह बुरी तरह हार झेलनी पड़ेगी. सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान को पाकिस्तान सलाह नहीं चेतावनी की तरह लेना चाहिए.