श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में इस साल सुरक्षा बल 101 आतंकवादियों को ढेर कर चुके हैं और दक्षिण कश्मीर में 125 और आतंकियों को मार गिराने पर केन्द्रित कर रहे हैं, जिनमें 25 विदेशी शामिल हैं. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी है. सेना की 15वीं कोर का नेतृत्व कर रहे लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने कहा कि फिलहाल यहां सक्रिय आंतकवादियों की सटीक संख्या बताना मुश्किल है. सुरक्षा बल दक्षिण कश्मीर में 100 स्थानीय और करीब 25 विदेशी आतंकवादियों पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं.


उन्होंने कहा, ''हम मौटे तौर पर 100 स्थानीय आतंकवादियों के सक्रिय होने की बात कह सकते हैं. हो सकता है कि इसके अलावा 20-25 विदेशी आतंकवादी भी सक्रिय हों.'' इस बीच, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस साल की शुरुआत से केंद्र शासित प्रदेश में मारे गए आतंकवादियों की कुल संख्या 101 हो गई है, लेकिन सुरक्षा बलों को आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान शांति बनाए रखने के अपने प्रयासों की भारी कीमत चुकानी पड़ी है. इस दौरान कई अधिकारियों सहित 29 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए.


अधिकारियों ने कहा, ''आज सुबह शोपियां के पिंजौरा में हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादियों के मारे जाने के साथ ही इस साल मारे गए आतंकियों की संख्या 101 हो गई है.'' उन्होंने कहा कि इस साल आतंकवादियों से लड़ते हुए 29 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए. इसके अलावा आतंकवादियों ने 11 निवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी.


जम्मू-कश्मीर में मार्च में आतंकवाद रोधी अभियानों की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी थी, लेकिन अप्रैल में इन्होंने जोर पकड़ लिया. अप्रैल में 29 आतंकवादी मारे गए. मई में 15 और जून के शुरुआती आठ दिन में इतने ही आतंकवादियों को ढेर किया गया.


जनरल राजू ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सफलता इन अभियानों में शामिल सभी एजेंसियों के पेशेवर होने के कारण मिली है. जनरल राजू से जब द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के उभरने के बार में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''टीआरएफ नाम का कोई संगठन नहीं है. यह सोशल मीडिया पर मौजूद गुट है, जो घाटी में होने वाली किसी भी तरह की हर घटना का श्रेय लेने का प्रयास करता है. इस पर नजर रखी जा रही है। हम इसे खत्म करने के लिये उचित कार्रवाई कर रहे हैं.''