रूस और यूक्रेन में छिड़ी जंग में फंसे भारतीयों को लेकर दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बयान जारी किया. अमित शाह ने कहा कि 13,000 से ज्यादा नागरिक भारत पहुंच चुके हैं और उड़ानें आ रही हैं. अमित शाह ने कहा कि हम इस मुद्दे को जनवरी से ही देख रहे थे. हमने 15 फरवरी को एक एडवाइजरी जारी की थी.
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमने रूसी-भाषी टीमों को आसपास के चार देशों में भेजा और एक कंट्रोल रूम भी बनाया. अमित शाह ने कहा कि 4 मार्च तक हम यूक्रेन से 16,000 नागरिकों को बाहर निकालने में सफल रहे हैं. अमित शाह ने कहा कि अगले 24 घंटे में 16 और फ्लाइट वापस आ जाएंगी.
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक पिछले 24 घंटों में करीब 2900 लोगों को 15 उड़ानों के जरिए निकाला गया है. अब तक लगभग 13,300 लोग यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं. अगले 24 घंटों में करीब 13 उड़ानों के जरिए बचे हुए भारतीयों को निकाला जाएगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब हम देखेंगे कि कितने लोग यूक्रेन में अभी भी हैं. दूतावास उन लोगों से संपर्क करेगा, जो हैं लेकिन उनकी संख्या रजिस्टर नहीं हुई है. पिसोचिन में हमने 298 छात्रों को स्थानांतरित कर दिया है, आज तक निकासी प्रक्रिया के पूरा होने की उम्मीद है.
विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा है कि पिसोचिन और खार्किव से हम अगले कुछ घंटों में सभी को बाहर निकालने में सक्षम होंगे. अब तक हमें पता चला है कि खार्किव में कोई नहीं बचा है. हमारा मुख्य ध्यान अब सुमी पर है. परिवहन की कमी और हिंसा हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में सबसे अच्छा विकल्स सीजफायर होगा.
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