नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रभाव अब कम होता दिख रहा है. कुछ राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल समेत 22 राज्य ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी से ज्यादा बना हुआ है. ये भले ही चिंताजनक स्थिति है लेकिन कुछ जगहों पर पिछले हफ्ते की तुलना में पॉजिटिविटी रेट कम भी हुआ है. 13 राज्य ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 5-15 फीसदी के बीच है. 


स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि 13 से 19 मई के दौरान 303 जिलों में पॉजिटिविटी रेट कम होकर 15.2 फीसदी पर आ गया. इससे पहले 210 जिलों में 29 अप्रैल से 5 मई के दौरान पॉजिटिविटी रेट 21.5 फीसदी था. यानी कि पॉजिटिविटी रेट कम होने वाले जिलों की संख्या बढ रही है.


देश में बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 20.55 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए. इनमें से दो लाख 76 हजार लोग पॉजिटिव आए. यानी कि पॉजिटिविटी 13.40 फीसदी रहा. बुधवार को तमिलनाडु ने सबसे ज्यादा 34,875 नए केस दर्ज किए गए, इसके बाद कर्नाटक में सबसे ज्यादा 34,281 नए मामले सामने आए. देश में फिलहाल कुल 31 लाख 29 हजार 878 पॉजिटिव केस हैं. अब तक कुल करीब ढाई करोड़ लोग पॉजिटिव हो चुके हैं.


देश में कहां है सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट
4 मई से 17 मई के आंकड़ों पर गौर करें तो कर्नाटक में 32 फीसदी पॉजिटिविटी रेट है जिसके बाद राज्य दूसरे स्थान पर आ पहुंचा है. वहीं गोवा में 43 फीसदी पॉजिटिविटी रेट के साथ पहले स्थान पर बना है. पश्चिम बंगाल में 30 फीसदी का पॉजिटिविटी रेट है. 27 फीसदी पॉजिटिविटी रेट के साथ केरल चौथे स्थान पर है.


बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश में काफी सुधार देखने को मिला है. ये राज्य बेहतर श्रेणी में आ दर्ज हुए हैं. इन राज्यों के अलावा, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात और तेलंगना बेहतर श्रेणी में अपनी जगह बना चुके हैं. जो राज्य सबसे खराब श्रेणी में हैं वो उत्तारखंड, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, ओडिसा, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और असम हैं. यहां पॉजिटिविटी रेट डबल से ट्रिपल होते दिख रहा है.


देश में संक्रमितों की संख्या भले ही पहले के मुकाबले कम हुई हो लेकिन मामले अब भी रोजाना दो लाख से ज्यादा दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं, मौतों का आंकड़े ने भी सरकार और प्रशासन की नींद उड़ा रखी है.


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