नई दिल्ली: एनडीए सरकार के पहले अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हैदराबाद के सांसद असदउद्दीन औवेसी ने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस मुक्त भारत चाहती है, या मुस्लिम-दलित मुक्त भारत चाहती है. औवेसी यहीं रूके और उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों ने देश में डर और नफरत का माहौल बना दिया है.


औवेसी ने कहा, ''पीएम मोदी मुस्लमानों के हाथों में कम्प्यूटर देखना चाहता हूं, पर क्या वजह ही की मैट्रिक से पहले और उसके बाद मिलने वाली स्कॉलरशिप 2013 से 2018 तक वही है. इसकी वजह क्या है? क्या आप उनके हाथ में कम्प्यूटर देखना नहीं चाहते हैं?''


बेरोजगारी का सवाल उठाते हुए औवेसी ने कहा, ''4 साल में मुस्लिमों को पैरामिलिट्री फोर्सेस, रेलवे और बैंक में रोजगार दिलाने की कोई कोशिश नहीं की गई है. युवाओं को 1% रोजगार भी नहीं दिलाया है.''


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मोदी के विदेशी दौरों पर खर्च हुए पैसे का सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ''1400 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश चीन के पाले में चले गए.'' पीएम मोदी की दलितों से मोहब्बत की बात पर उन्होंने कहा कि ''जिस जज ने SC/ST एक्ट के खिलाफ जजमेंट दिया उसे आपने एनजीटी का अध्यक्ष बना दिया. आपमें इतनी हिम्मत नहीं है कि उसके खिलाफ एक अध्यादेश ला सकें.''


अपने भाषण के आखिर में औवेसी ने शेर हुए कहा, ''तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था. उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था.''