नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीससी) के प्रमुख गुलाम अहमद मीर की नजरबंदी को लेकर कांग्रेस के नेता लगातार सरकार की आलोचना कर रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि उम्मीद है कोर्ट इस मामले पर कोई एक्शन लेगा.


सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि कोर्ट एक्शन लेगा और नागरिकों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करेगा.सरकार को नागरिकों की स्वतंत्रता बाधित करने का कोई अधिकार नहीं है. यह संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लंघन है.''


गुलाम अहमद मीर को नजरबंद करने को लेकर उन्होंने सवाल उठाया और कहा कि बिना लिखित आदेश उन्हें नजरबंद कर के रखा गया है.





बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीससी) ने जानकारी दी थी कि समिति के प्रमुख गुलाम अहमद मीर को अधिकारियों ने नजरबंद कर दिया है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर को जम्मू में शुक्रवार को दोपहर में नजरबंद कर दिया गया. राज्य के भीतर और बाहर उनकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.’’


राहुल गांधी ने कहा- यह पागलपन कब खत्म होगा


जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीससी) के प्रमुख गुलाम अहमद मीर को अधिकारियों द्वारा नजरबंद किए जाने के फैसले की कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निंदा की है. उन्होंने कहा है कि सरकार ने एक राष्ट्रीय पार्टी के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर के लोकतंत्र को एक और झटका दिया है.


राहुल गांधी ने कहा, '' मैं जम्मू में हमारे जम्मू-कश्मीर पीसीसी चीफ श्री गुलाम अहमद मीर और प्रवक्ता श्री रविन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं. एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के खिलाफ इस कार्रवाई के साथ सरकार ने लोकतंत्र को एक और झटका दिया. यह पागलपन कब खत्म होगा?''


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