P Chinabaram On 2000 Note: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2 हजार रुपये के नोट को शुक्रवार (19 मई) को चलन से वापस लेने का फैसला लिया. रिजर्व बैंक ने कहा कि लोग 23 मई से 30 सितंबर तक 20 हजार रुपये तक के 2,000 रुपये के नोट एक बार में बदल सकेंगे. इस फैसले पर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सरकार पर वार किया है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक बार फिर पूरी तरह से आ गई है.


चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी के कुछ हफ्ते बाद आऱबीआई पर दवाब बनाकर 500 का नोट वापस लाया गया. मुझे बिल्कुल आश्चर्य नहीं होगा कि आरबीआई 1000 रुपये का नोट भी वापस चलन में लेकर आ जाए.


पी. चिदंबरम ने ट्वीट पर लिखा कि मुझे ऐसी ही उम्मीद थी कि आरबीआई दो हजार रुपये का नोट वापस लेगी. उन्होंने दावा किया 2 हजार रुपये का नोट शायद ही विनिमय (लेन-देन) का एक लोकप्रिय माध्यम है, हमने नवंबर 2016 को कहा था और हम सही साबित हुए हैं. 






पी. चिदंबरम ने क्या कहा? 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि 2 हजार रुपये का नोट नोटबंदी के 500 और 1000 हजार रुपये के नोट को बंद करने के मूर्खतापूर्ण निर्णय को छिपाने के लिए लाया गया था. जबकि इस दौरान 500 और 1000 नोट लेन-देन का प्रसिद्ध माध्यम था. 


बता दें कि नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी. इस दौरान केंद्र सरकार ने दावा किया था कि नोटंबदी का फैसला काला धन और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लाया गया है. 


आरबीआई ने शुक्रवार की शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे. आरबीआई ने बैंकों को 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने एवं बदलने की सुविधा देने को कहा है. बैंकों में 23 मई से 2,000 रुपये के नोट बदले जा सकेंगे. हालांकि एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे.


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