Padma Awards 2023: राकेश झुनझुनवाला को पद्मश्री, कुमार मंगलम बिरला और नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को मिला पद्म भूषण
Padma Awards 2023: इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण से नवाजा गया है. सुधा मूर्ति के दामाद ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक हैं.
Padma Awards 2023: सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार (25 जनवरी) को पद्म पुरस्कार प्राप्त करने नामों की घोषणा की है. इस साल राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है, जिसमें छह पद्म विभूषण, नौ पद्म भूषण और 91 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं. पद्म पुरस्कार, देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक जो तीन श्रेणियों (पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री) में प्रदान किए जाते हैं.
इस साल सुधा मूर्ति, कुमार मंगलम बिरला, राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला भी पद्म पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं. सुधा मूर्ति को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है. 72 वर्षीय सुधा मूर्ति एक शिक्षिका, लेखिका हैं, जो इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं.
नारायण मूर्ति की पत्नी हैं सुधा मूर्ति
सुधा मूर्ति इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं. दंपति के दो बच्चे हैं, जिनमें फैशन डिजाइनर अक्षता मूर्ति भी शामिल हैं. अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं. सुधा मूर्ति को 2006 में भारत सरकार की ओर से सामाजिक कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. सुधा मूर्ति ने कई किताबें लिखी और प्रकाशित की हैं जिनमें उपन्यास, नॉन-फिक्शन, तकनीकी किताबें आदि शामिल हैं.
कुमार मंगलम बिरला को पद्म भूषण
कुमार मंगलम बिरला एक भारतीय अरबपति व्यवसायी और आदित्य बिरला ग्रुप के चैयरमेन हैं. वे बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के चांसलर और आईआईएम अहमदाबाद के चैयरमेन भी हैं. उन्हें व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है.
राकेश झुनझुनवाला को पद्मश्री से नवाजा
राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को मरणोपरांत पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित किया गया है. उन्हें ये सम्मान व्यापार और उद्योग के क्षेत्र के लिए दिया गया है. राकेश झुनझुनवाला की बीते साल 14 अगस्त को मृत्यु हो गई थी. डॉक्टरों ने बताया था कि वह किडनी से संबंधित समस्याओं और एक्यूट मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर से पीड़ित थे. झुनझुनवाला को अक्सर "भारत का वारेन बफेट" या "भारत का बिग बुल" कहा जाता था. उन्हें व्यापक रूप से अपने शेयर बाजार की भविष्यवाणी के लिए जाना जाता था.
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