Padma Awards 2023 Nomination: देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक माने जाने वाले पद्म पुरस्कार के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है. पद्म पुरस्कारों (Padma Awards), पद्म विभूषण (Padma Vibhushan), पद्म भूषण (Padma Bhushan) और पद्म श्री (Padma Shri) के लिए ऑनलाइन नामांकन और सिफारिश विंडो 15 सितंबर को बंद हो जाएंगी. पद्म पुरस्कारों की घोषणा अगले साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर की जाएगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 मई को राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल - https://awards.gov.in/ पर पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशों स्वीकार करना शुरू कर दिया था. डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में पदों पर बैठे लोगों सहित सरकार में काम करने वाले व्यक्ति पद्म पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं.
कैसे करें नामांकन?
नामांकन या सिफारिशों के बारे में विवरण, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न गृह मंत्रालय की वेबसाइट और पद्म पुरस्कार पोर्टल पर 'पुरस्कार और पदक' शीर्षक के तहत उपलब्ध कराए गए थे. पुरस्कारों से संबंधित नियम https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx पर उपलब्ध हैं. https://awards.gov.in/ पर पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशों स्वीकार किया जा रहा है. व्यक्ति की असाधारण उपलब्धियों और उनके संबंधित क्षेत्रों में सेवा का प्रासंगिक विवरण पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में दिया जाना चाहिए. इसमें अधिकतम 800 शब्दों के वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण भी शामिल होगा.
कैसे होता है चयन?
नामांकन के बाद पद्म पुरस्कार समिति का गठन किया जाता है. इस कमेटी का गठन हर साल प्रधानमंत्री करते हैं. समिति के सामने सिफारिशों को रखा जाता है. इसके बाद सिफारिशें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के सामने पेश की जाती हैं. हर साल 26 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में एक समारोह आयोजित कर पुरस्कार दिए जाते हैं. समारोह में राष्ट्रपति चयनित व्यक्तियों को ये पुरस्कार प्रदान करते हैं.
कब और किसे दिया जाता है पुरस्कार?
पद्म पुरस्कार (Padma Awards) 1954 में स्थापित किए गए थे और हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अवसर पर घोषित किए जाते हैं. ये पुरस्कार खेल (Sports), कला, साहित्य और शिक्षा, सिविल सेवाओं, विज्ञान और इंजीनियरिंग, चिकित्सा, व्यापार और उद्योग, सार्वजनिक मामलों और सामाजिक कार्यों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों या सेवाओं के लिए दिए जाते हैं. बेहद ही दुर्लभ और योग्य मामलों को छोड़कर, ये पद्म पुरस्कार आमतौर पर मरणोपरांत नहीं दिए जाते हैं.
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