नई दिल्ली: अपना जीवन स्वच्छता को समर्पित कर देने वाले महाराष्ट्र के पुणे के देहूगांव को अनूठा वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट देने वाले डॉक्टर सुहाष विट्ठल मापुस्कर को पद्मश्री सम्मान मिला है. डॉक्टर सुहाष विट्ठल मापुस्कर ने महाराष्ट्र के पुणे में से होकर राष्ट्रीय स्तर तक स्वच्छता की अलख जगाई थी.
स्वच्छता के दूत के रूप में प्रसिद्ध हुए मापुस्कर अब नहीं हैं लेकिन सम्मान की खबर सुनकर उनकी बेटी शिल्पा बेहद खुश हैं जो आज भी पिता के काम को आगे बढ़ा रही हैं. दरअसल, रत्नागिरी के डॉक्टर सुहाष को मुंबई से डॉक्टरी की डिग्री के बाद जब पुणे के सरकारी अस्पताल में नियुक्ति मिली.
बात 60 के दशक की है कुछ ही दिनों में उन्होंने महसूस किया कि ज्यादातर मरीजों की बीमारी की वजह गंदगी है. बस यहीं से उन्होंने स्वच्छता का बीड़ा उठाया, खुले में शौच ना करने को लेकर लोगों को जागरूक किया और देहू गांव में बायोगैस पर आधारित वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट शुरू किया. बाद में साल 2004 तक पूरे गांव के घर-घर में शौचालय बन गए.