नई दिल्ली: निर्देशक संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म 'पद्मावती' से विवादों के बादल छंटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. अब केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक खुली चिट्ठी लिखकर फिल्म को लेकर अपना विरोध जताया है. उमा भारती ने कहा है कि जब आप किसी ऐतिहासिक तथ्य पर फिल्म बनाते हैं तो उसके फैक्ट को वायलेट नहीं कर सकते. उन्होंने फिल्म के निर्देशक से कहा है कि लोगों के मन में जो आशंकाएं हैं उनको दूर किया जाना चाहिए.


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उमा भारती ने आज ट्वीट कर अपना खुला पत्र पोस्ट किया है. यहां पढ़ें पूरी चिट्ठी-


‘’तथ्य को बदला नहीं जा सकता, उसे अच्छा या बुरा कहा जा सकता है. सोचने की आजादी किसी भी तथ्य की निंदा या स्तुति का अधिकार हमें देती है. जब आप किसी ऐतिहासिक तथ्य पर फिल्म बनाते हैं तो उसके फैक्ट को वायलेट नहीं कर सकते.


रानी पद्मावती की गाथा एक ऐतिहासिक तथ्य है. अलाउद्दीन खिलजी एक व्यवचारी हमलावर था. उसकी बुरी नजर रानी पद्मावती पर थी और इसके लिए उसने चित्तौड़ को नष्ट कर दिया था. रानी पद्मावती के पति राणा रतन सिंह अपने साथियों के साथ वीरगति को प्राप्त हुए थे. स्वयं रानी पद्मावती ने हजारों उन स्त्रियों के साथ, जिनके पति वीरगति को प्राप्त हो गए थे, जीवित ही स्वयं को आग के हवाले कर जौहर कर लिया था.


हमने इतिहास में यही पढ़ा है और आज भी खिलजी से नफरत और पद्मावती के लिए सम्मान और उनके दुखद अंत के लिए बहुत वेदना होती है. आज भी मनचाहा रेसपॉंस नहीं मिलने पर कुछ लड़के, लड़कियों के चेहरे पर तेजाब डाल देते हैं, वो सब किसी भी धर्म या जाति के हों, मुझे अलाउद्दीन खिलजी के ही वंसज लगते हैं.


मैंने इस फिल्म डायरेक्टर की पहले भी फिल्में देखी हैं, मैं सोचने की आजादी का सम्मान करती हूं और मानती हूं कि अभिव्यक्त करने का भी मानव समाज को एक अधिकार है. किंतु, अभिव्यक्ति में कही तो एक सीमा होती ही है. जैसे कि- आप बहन को पत्नी और पत्नी को बहन अभिव्यक्त नहीं कर सकते है. इसकी संभावना जानवरों में तो हो सकती है लेकिन स्वतंत्र चेतना के विश्व के किसी भी देश के किसी भी समाज के लोग इस मर्यादा के उल्लंघन की निंदा ही करेंगे.


इसलिए मेरा कहना यहीं है, मैंने तो फिल्म देखी नहीं है, किंतु लोगों के मन में आशंकाओं का जन्म क्यों हो रहा है? इन आशंकाओं का लुत्फ मत उठाइए, न इससे कोइ वोट बैंक बनाइए. कोई रास्ता यदि हो सकता है, जरुरी नहीं है कि जो मैंने सुझाया है वही हो, वो रास्ता निकालकर बात समाप्त कर दीजिए.


किंतु यह ध्यान रहे, मैं तो आज की भारतीय महिला हूं, जिस स्थिति में होंगी, भूत, वर्तमान और भविष्य के भारतीय महिलाओं के प्रति यथाशक्ति अपना कर्तव्य जरुर पूरा करुंगी.’’


उमा भारती


 


क्यों विवादों में है फिल्म?


आपको बता दें कि राजपूत कर्णी सेना इस फिल्म का विरोध कर रही है. कुछ महीनों पहले कर्णी सेना के लोगों ने फिल्म के सेट पर खूब हंगामा किया था और फिल्म के निर्देशक संजयलीला भंसाली के साथ मारपीट भी की थी. दरअसल, ये फिल्म महारानी पद्मावती के जौहर पर आधारित है और वो ये नहीं चाहते कि इस फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर के तथ्यों को पेश किया जाए. कर्णी सेना का आरोप है कि पद्मावती के की कहानी से फिल्म में छेड़छाड़ की गई है.


एक दिसंबर को रिलीज होगी फिल्म


बता दें संजय लीला भंसाली की फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार दीपिका पादुकोण निभा रही हैं. वहीं रावल रत्न सिंह के किरदार में शाहिद कपूर और अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रनवीर सिंह नजर आएंगे. फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होगी.