नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्रियों की बातचीत से भारत के इनकार के बाद पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान की ये बौखलाटक नए नवेले प्रधानमंत्री इमरान, उनके मंत्रियों से लेकर सेना के अधिकारियों तक में देखने को मिल रही है. पाकिस्तनी सेना के प्रवक्ता आसिफ गूफर भारत को गीदड़भभकी दी है. आसिफ गफूर ने कहा है कि पाकिस्तान किसी तरह के बाहरी हमले का जवाब देने को तैयार है. आसिफ गफूर का यह बयान आम्री चीफ बिपिन रावत के बयान की रिएक्शन में आया है. बता दें भारतीय सेना प्रमुख ने सैनिक के हुई बर्रबरता पर कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना जरूरी है.
बौखलाहट में परमाणु बम की धमकी दे रहा पाक
इतना ही नहीं बौखलाहट में आसिफ गफूर ये भी बोल गए कि पाकिस्तान न्यूक्लियर पॉवर है, हमलोग की इच्छा शांति है इसे हमारी कमजोरी नहीं समझा जाए. इसके साथ ही जो सच दुनिया को पता है उससे मुकरते हुए आसिफ गफूर ने कहा कि भारतीय सैनिक के साथ बर्बरता में पाकिस्तान का हाथ नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (भारत) पूर्व में भी हम पर एक जवान के शव को क्षत विक्षत करने का आरोप लगाया था. हमारी सेना पेशेवर है. हम कभी ऐसे काम नहीं करते.’’
पाकिस्तान के अखबार डॉन अखबार की एक खबर के मुताबिक, दुनिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में साक्षात्कार में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि देश का आतंकवाद से लड़ने का लंबा रिकॉर्ड रहा है और ‘‘हम शांति की कीमत जानते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘शांति के लिए पाकिस्तान की इच्छा को उसकी कमजोरी समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. युद्ध तब थोपा जाता है जब आप उसके लिए तैयार नहीं होते लेकिन हम परमाणु संपन्न देश हैं और इसके लिए तैयार हैं.’’
बुरहान वानी पर डाक टिकट का भी बचाव किया
गफूर ने कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी और अन्य का महिमामंडन करने वाले डाक टिकट जारी करने का बचाव करते हुए कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकार उल्लंघन की रिपोर्ट जारी की थी जिसके बाद तत्कालीन अंतरिम सरकार ने कश्मीरियों की दुर्दशा को रेखांकित करते हुए उन टिकटों को जारी किया था.’’
क्या कहा था आर्मी चीफ रावत ने?
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों व पाकिस्तानी सेना द्वारा हमारे सैनिकों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का बदला लेने के लिए हमें कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्हें उन्हीं के तरीके से जवाब दिए जाने का समय है लेकिन वैसी ही बर्बरता अपनाने की जरूरत नहीं. मुझे लगता है कि दूसरे पक्ष को भी वही दर्द महसूस होना चाहिए.’’
भारते के फैसले से तहजीब भूले इमरान खान
भारत-पाक विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द होने के बाद तिलमिलाये इमरान खान ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इमरान खान ने कहा है कि शांति बहाली के लिए शांति वार्ता की शुरुआत की मेरी पहल पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक जवाब से बेहद निराश हूं. इमरान खान ने ट्वीट कर कहा है, ‘’शांति वार्ता की शुरुआत की मेरी पहल पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक जवाब से बेहद निराश हूं. हालांकि, मैं अपनी पूरी जिंदगी ऐसे छोटे लोगों से मिला हूं जो बड़े दफ्तरों पर ऊंचे ओहदे पर बैठे हैं, लेकिन उनके पास आगे तक देख सकने के लिए दूरदर्शी सोच का अभाव है.’’
भारत ने इसलिए रद्द कर दी विदेश मंत्रियों की वार्ता
पाकिस्तान की तरफ से आतंकी वारदातों और सीमा पर सैनिकों की शहादत के बाद कल विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों की बीच होने वाली बातचीत को रद्द कर दिया था. भारत ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की 'बर्बर' हत्या और कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का 'महिमामंडन' करने वाले डाक टिकट जारी करने को सुषमा स्वराज और कुरैशी के बीच बैठक रद्द होने का कारण बताया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मुलाकात रद्द करने को लेकर कहा, ''पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है. ऐसे माहौल में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की वार्ता का कोई मतलब नहीं है. बदले हुए परिदृश्य में, न्यूयार्क में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात नहीं होगी."