नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव पर मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरा नहीं है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय कोर्ट के फैसले की समीक्षा के लिए पाकिस्तान ने याचिका दायर कर दी है. बौखलाया पाकिस्तान अब वकीलों की नई टीम भी बनाएगा.
दरअसल अंतर्राष्ट्रीय अदालत में भारत की बड़ी कामयाबी के पीछे वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे का हाथ रहा है, जबकि पाकिस्तान अपनी करारी हार के लिए वकील खावर कुरैशी को जिम्मेदार ठहरा रहा है.
खावर कुरैशी ने पाकिस्तान सरकार से पांच करोड़ रुपये की फीस ली और महज 45 मिनट में अपनी दलील खत्म कर दी थी. जबकि एक रुपया लेने वाले हरीश साल्वे ने पूरे 90 मिनट की दलील में पाकिस्तान की हर गलतियों की परत उधेड़ी. लचर दलीलों को लेकर पाकिस्तान में विपक्षी नेताओं ने खावर कुरैशी की वकालत को ही कठघरे में खड़ा कर दिया.
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता शेरी रहमान ने कहा कि जिस प्वाइंट पर वो आए थे आपने उस प्वाइंट 36(1) और 36(2) में अंतर है. आपने एक पर जिरह की उन्होंने दूसरे पर दलील दी. आपने 50 मिनट में दलीलें खत्म कर ली और जबकि आपके पास टाइम कितना था आपके पास 90 मिनट का टाइम था. आपने क्यों कुलभूषण के बारे में बयान नहीं दिया. कोई भी बात कर लेते. आपने पाकिस्तान का पूरा मुकदमा ठीक ढंग से लड़ने के लिए अपना पूरा टाइम भी इस्तेमाल नहीं किया.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय भी कानून के जानकारों के निशाने पर है. विदेश मंत्रालय पर केस को खराब ढंग से रखने और ब्रिटेन के वकील को चुनने के लिए दोष मढ़ा जा रहा है. अपने वकील की नाकामयाबी के बाद अब पाकिस्तान ने फैसला किया है कि वो वकीलों की नई टीम बनाएगा. जो अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में हरीश साल्वे का मुकाबला करने के लिए मजबूत दलीलें रख सके.
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की आर्मी कोर्ट ने जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है, जिस पर अंतर्राष्ट्रीय अदालत ने अंतिम फैसला आने तक रोक लगा दी है.