इस्लामाबाद: आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान ने अपनी गलती मानी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आतंकवाद पर पाकिस्तान की पोल खोली दी है. विदेश मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान ने अतीत में कुछ गलतियां की थीं, लेकिन अब सेना और राजनीतिक नेतृत्व दोनों साफ सुथरे रास्ते पर चलना चाहते हैं.


पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो को दिए एक इंटरव्यू में जब ख्वाजा आसिफ से ब्रिक्स घोषणा पत्र में पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘’पाकिस्तान ने अतीत में कुछ गलतियां की हैं. लेकिन अब पाकिस्तानी सेना और राजनीतिक नेतृत्व दोनों को एहसास हो गया है कि पाकिस्तान को अपने गलतियों भरे अतीत से पीछा छुड़ाकर साफ-सुथरे रास्ते पर चलना होगा.’’


ख्वाजा ने कहा, ‘’हमें अपने दोस्तों को बताना होगा कि अब हम सुधर गए हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी से बचने के लिए हमें अपने घर की हालत सुधारनी होगी. उन्होंने कहा, ''अगर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों पर लगाम नहीं लगाई गई तो देश शर्मिंदगी का सामना करता रहेगा. पाकिस्तान को अपनी चीजें ठीक करनी चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया हमारी तरफ ऊंगली उठा रही है.’’


ख्वाजा आसिफ ने आगे कहा, ''पाकिस्तान की सेना ने अपने हिस्से का काम किया, लेकिन क्या हमने अपने हिस्से का काम किया?'' आसिफ ने कहा कि दुनिया को इस बात पर विश्वास दिलाने की जरूरत है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से कुछ लेना-देना नहीं है.



BRICS घोषणापत्र में पाकिस्तान के कई आतंकी संगठनों का नाम


BRICS शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र में पाकिस्तान पर आतंकवाद के मुद्दे पर की गई करारी चोट ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. हाल ही में खत्म हुए ब्रिक्स सम्मेलन के घोषणापत्र में तालिबान, आईएसआईएस, अल-कायदा और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क समेत इसके सहयोगी संगठनों की तरफ से की जाने वाली हिंसा पर चिंता जाहिर की थी.


इतिहास में शायद यह पहली बार है कि पाकिस्तान के किसी विदेश मंत्री ने इस सिलसिले में अपने देश की गलती मानी है.



8 सितंबर को चीन जा रहे हैं ख्वाजा आसिफ 


खास बात ये भी है कि ख्वाजा आसिफ ने ये बातें अपनी एक दिन की चीन यात्रा से ठीक पहले कही है. ख्वाजा आसिफ कल यानी 8 सितंबर को चीन जा रहे हैं. हाल ही में चीन में हुए BRICS शिखर सम्मेलन के घोषणा पत्र में भारत की पहल पर पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का नाम लेते हुए उनके खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही गयी थी.


ब्रिक्स घोषणापत्र के फौरन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान आतंकियों का स्वर्ग बना हुआ है. पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान के बाद भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है. भारत ने हमेशा सरहद पार से आतंक का पुरजोर तरीके से विरोध किया है.