Fraud: पाकिस्तानी महिला भारत में कर रही थी सरकारी नौकरी, गृह मंत्रालय बिठाई जांच, हुई बर्खास्त
Pakistani Woman In India: उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक महिला पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर सरकारी नौकरी कर रही थी. इस मामले में उसके खिलाफ जांच होने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है.
Pakistani Woman Fraud: उत्तर प्रदेश में एक पाकिस्तानी महिला (Pakistani Woman) अपनी नागरिकता (Citizenship) छिपाकर सरकारी नौकरी (Job) कर रही थी. इस मामले पर गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने जांच के बिठाई और अब उसे बर्खास्त कर दिया गया है. ये महिला यूपी के रामपुर (Rampur) तैनात थी. इसके अलावा इस महिला की एक बेटी भी सरकारी नौकरी कर रही थी उसको भी निलंबित कर दिया गया है. इस पूरे प्रकरण में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन हो सकता है.
उत्तर प्रदेश का रामपुर जिले के मोहल्ला आतिशबाजान में रहने वाली फरजाना उर्फ माहिरा अख्तर पाकिस्तान की नागरिक हैं. उन्होंने साल 1979 में पाकिस्तान के रहने वाले सिबगत अली से निकाह किया था. निकाह के बाद माहिरा पाकिस्तान चली गई और वहीं की उन्हें नागरिकता भी मिल गई. लगभग 2 साल बाद माहिरा का अपने शौहर से तलाक हो गया. इसके बाद वो भारत वापस आ गई.
पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारतीय वीजा
पाकिस्तान में माहिरा और उनके शौहर सिबगत अली का तलाक हो गया जिसके बाद वो पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारतीय वीजा लेकर वापस आ गई. माहिरा अपनी दो बेटियों शुमाएला और फुरकाना खान के साथ रामपुर में रहने लगी. वीजा खत्म होने पर भी जब माहिरा पाकिस्तान वापस नहीं लौटी तो साल 1983 में एलआईयू ने उनके खिलाफ रामपुर में मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद सीजेएम कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया.
माहिरा को मिली सरकारी नौकरी
इस बीच 22 जनवरी 1992 को माहिरा को बेसिक शिक्षा विभाग में टीचर की नौकरी मिल गई. उन्हें प्राथमिक विद्यालय कुम्हरिया कला में तैनाती मिली. इसके बाद मामला शासन तक पहुंचा तो बेसिक शिक्षा विभाग ने माहिरा को तथ्य छिपाकर नौकरी करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया. हालांकि उनकी फिर से बहाली कर दी गई. मामला फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और लंबे समय तक दबा रहा.
माहिरा की बेटी को भी मिली सरकारी नौकरी
करीब एक साल पहले जानकारी में आया था कि माहिरा (Mahira) की बेटी भी सरकारी नौकरी (Government Job) कर रही है. वो भी बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department) में टीचर की नौकरी कर रही है. उसकी तैनाती बरेली जिले में थी. ऐसे में रामपुर (Rampur) एसपी के पत्र के बाद बीएसए बरेली ने जांच शुरू की. उधर, माहिरा की फाइल दोबारा खोली गई. इस बार माहिरा खुद को नहीं बचा पाई और विभाग ने उन्हें बर्खास्त (Dismiss) करके उनकी सेवाओं को सपाप्त कर दिया.
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