Anger in Pok Against pakistan: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के एक एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा ने शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मिर्जा ने पाकिस्तानी सरकार पर पीओके में रहने वाले कश्मीरी जातीय लोगों की पहचान मिटाने का आरोप लगाया.
पाकिस्तान दुनिया के हर मंच पर कश्मीर का रोना रोता रहता है लेकिन अपने जब कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान में लोगों की जिंदगी उसने जहन्नुम बना रखी है. पाकिस्तान ने इस इलाके को पूरी तरह से कैद में बदल दिया है. अब पाकिस्तान यहां के निवासियों की पहचान मिटाने में लगा हुआ है. पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर इलाके के लोगों का गुस्सा फूट रहा है. पीओके के रहने वाले अमजद अयूब मिर्जा ने पाकिस्तान की करतूतों का भंडाफोड़ किया है.
नाम और निशान मिटाना चाहता है पाकिस्तान
मिर्जा ने बताया कि पाकिस्तान सरकार पीओके के लोगों की कश्मीरी पहचान मिटाकर उन्हें पाकिस्तानी के निवासी के रूप में दिखाना चाह रही है. इसके लिए पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार एक जनगणना का उपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार इस तथ्य को भी अनदेखा कर दे रही है कि यह एक विवादित क्षेत्र हैं. उन्होंने पाकिस्तान की सरकार को इसे रोकने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि ऐसा नहीं हुआ तो पीओके में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
मिर्जा ने कहा, पाकिस्तान हमारा नाम और निशान मिटाने के चक्कर में है. वो हमें पाकिस्तानी बनाना चाहते हैं. हम पाकिस्तानी नहीं हैं. इसके खिलाफ पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में भारी विरोध प्रदर्शन करके जवाब दिया जाएगा.
जनगणना के जरिए पहचान मिटाने की कोशिश
मिर्जा ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में शहबाज शरीफ सरकार एक जनगणना करा रही है. इस जनगणना में लोगों से एक कागज पर हस्ताक्षर कराया जा रहा है. इसमें लोगों का नाम के आगे कॉलम बनाया गया है जिसमें पाकिस्तानी लिखा गया है.
पाकिस्तान पर बरसते हुए मिर्जा ने कहा कि यह एक विवादित क्षेत्र है औऱ हम पाकिस्तान के कब्जे में हैं. हमें कैसे पाकिस्तानी नागरिक कहा जा सकता है जब 1947 में मेरे राजा महाराज हरी सिंह जी और लॉर्ड माउंटबेटन के बीच एक्सेसन के कागजात पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. कैसे कोई ये कह सकता है कि हम भारतीय नहीं हैं.
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