जम्मू-कश्मीर में नए नामों से आतंक फैलाने का काम कर रहे पाक समर्थित आतंकी संगठन, हुआ ये खुलासा
6 फरवरी को जम्मू से आतंकी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा के कमांडर हिदायतुल्लाह और शुक्रवार को जम्मू के सांबा से टीआरएफ के स्वयंभू कमांडर को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही रविवार को जम्मू को दहलाने की साजिश में जिस सोहेल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है.
जम्मू: जम्मू कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन प्रदेश में अपनी आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए नए नामों से आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं. जम्मू पुलिस की मानें तो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जम्मू कश्मीर में करीब दर्जन भर ऐसे छोटे-मोटे आतंकी संगठनों को चला रहे हैं.
6 फरवरी को जम्मू से आतंकी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा के कमांडर हिदायतुल्लाह और शुक्रवार को जम्मू के सांबा से टीआरएफ के स्वयंभू कमांडर को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही रविवार को जम्मू को दहलाने की साजिश में जिस सोहेल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है, वो आतंकी संगठन अल बदर का सदस्य बताया जा रहा है. सुरक्षाबलों की मानें तो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन बनाकर युवाओं को आतंक की भट्टी में झोकना चाहते हैं.
जम्मू के आई जी मुकेश सिंह की मानें तो जम्मू से गिरफ्तार हिदायतुल्लाह जैश-ए-मोहम्मद मोहम्मद से पहले से ही काम कर रहा है. हिदायतुल्लाह के तार जैश ए मोहम्मद के हैंडलर अबू बकर के साथ काफी पहले से जुड़े रहे हैं. पुलिस के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के साथ करीब 8 महीने बिताने के बाद हिदायतुल्लाह ने जम्मू में लश्कर ए मुस्तफा नाम का आतंकी संगठन बनाया और फिर जैश-ए-मोहम्मद के कहने पर ही यहां पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिशों में लगा रहा.
जम्मू कश्मीर पुलिस की मानें तो इन नए आतंकी संगठनों के सिर्फ नाम होते हैं और इनकी कार्रवाई बड़े आतंकी संगठन निर्धारित करते हैं. जम्मू पुलिस ये भी दावा कर रही है कि इन आतंकी संगठनों को पैसे से लेकर लॉजिस्टिकल सपोर्ट भी बड़े ही आतंकी संगठन देते हैं. सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई नए-नए आतंकी संगठन बनाकर एफएटीएफ की ब्लैक लिस्टिंग से बचना चाहते हैं.
विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान ने कई आतंकी संगठनों को प्रतिबंधित कर रखा है और पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में इन आतंकी संगठनों को चला रहे सरगनाओं के खिलाफ कई मामले भी दर्ज हुए हैं, जिसका साफ मतलब यह है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह संदेश देना चाहता है कि वह आतंक के खिलाफ सख्त है और जम्मू कश्मीर में जो नए आतंकी संगठन उभर रहे हैं, वह वहां के स्थानीय आतंकी कर रहे हैं. वहीं, जम्मू पुलिस का दावा है कि पाकिस्तान के सभी बड़े आतंकी संगठनों पर उनकी कड़ी नजर है और पाकिस्तान की इस नई साजिश को भी नाकाम करने के लिए सुरक्षाबलों ने कई ठोस कदम उठाए हैं.