पाकिस्तान: जम्मू कश्मीर के पास शक्करगढ़ में है ड्रोन वाली साजिश का कंट्रोल रूम, ISI ने बनाई है हमले की ब्रिगेड
abp न्यूज़ की पड़ताल में पता चला कि खुफिय़ा रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ISI ने भारत-पाक सीमा के शक्करगढ़ इलाके में ड्रोन कंट्रोल रूम है.
श्रीनगर: पाकिस्तान पिछले काफी समय से भारत के खिलाफ ड्रोन वाली साजिशको अंजाम दे रहा है. पंजाब और जम्मू कश्मीर में आए दिन पाकिस्तान ड्रोन भेज रहा है. कश्मीर में भारतीय सीमा के करीब शक्करगढ़ इलाके में पाकिस्तान ने आतंक का ड्रोन का कंट्रोल रूम भी तैयार किया है. ये जानकारी मिलने पर abp न्यूज संवाददाता शक्करगढ़ के इलाके में पहुंचे.
आपको याद होगा 27 जून को जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन से धमाका कराया गया था, जिसमें ज्यादा नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन उसके बाद से जम्मू कश्मीर और पंजाब में पाकिस्तान लगातार ड्रोन से आतंक की सप्लाई कर रहा है.
इस बारे में जब abp न्यूज़ की पड़ताल में पता चला कि खुफिय़ा रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ISI ने भारत-पाक सीमा के शक्करगढ़ इलाके में ड्रोन कंट्रोल रूम है. इसके अलावा पंजाब सीमा के पास भी कंट्रोल रुम बनाए जाने की आशंका है. भारत में ड्रोन हमले के लिए ISI ने अलग से ब्रिगेड तैयार की है.
जिसमें ड्रोन इंजीनियर और टेक्ननीशियन की शामिल है. इसके साथ ही जैश और लश्कर के आतंकी भी कंट्रोल रुम में भेजे गए हैं. इंजीनियर आतंकियों को ड्रोन असेंबल करना सिखा रहे हैं और टेक्वनीशियन आतंकियों को ड्रोन उड़ाना सिखा रहे हैं. पाकिस्तान ने इन सभी लोगों को 15 अगस्त के दिन भारत में किसी भी सूरत में धमाका कराने का फरमान दिया गया है.
15 अगस्त के दिन भारत में हमले की साजिश कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ फ्लाइंग टेरर का नया मॉड्यूल तैयार किया है. जिसका पर्दाफाश अमृतसर में हुई वारदात से हुआ है. अमृतसर में पाकिस्तान सीमा के पास ड्रोन दिखा, ड्रोन से एक बैग को गिराया गया. खबर मिलने पर पुलिस ने पूरे इलाके की छानबीन की. छानबीन में पुलिस को एक संदिग्ध बैग बरामद हुआ, बैग विस्फोटक और गोला बारूद से भरा हुआ था.
अत्याधुनिक गोला-बारूद देखकर NSG की टीम बुलाई गई. NSG की जांच में बैग के अंदर भारी मात्रा में मौत का सामान मिला. जिससे साफ हो जाता है कि पाकिस्तान ने स्वतंत्रा दिवस के जश्न को मातम में बदलने की पूरी तैयारी की थी. ड्रोन से गिराए गए बैग में पुलिस को टिफिन बम मिला.
इसके साथ ही बैग में दो से तीन किलो RDX भी मौजूद था और पांच हैंडग्रेनेड समेत 100 जिंदा कारतूस भी बैग से बरामद हुए हैं. टिफिन बम की जांच में पाया गया कि इसमें धमाके के लिए एक दो नहीं बल्कि तीन ट्रिगर लगाए गए थे, ताकि किसी भी सूरत में धमाके को अंजाम दिया जा सके.
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