नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर पर लगातार 72 साल से झूठ बोल रहे पाकिस्तान की पोल आज पूरी दुनिया के सामने खुल गई. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक के लिए जेनेवा पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू कश्मीर को भारतीय राज्य कह दिया. पाक विदेश मंत्री का यह कुबूलनामा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर की स्थिति को लेकर बोलते हुए आया.


शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ''भारत दुनिया को बताने कोशिश कर रहा है कि जम्मू कश्मीर में जनजीवन सामान्य हो गया है. अगर जनजीवन सामान्य हो गया है तो वो अंतरराष्ट्रीय मीडिया, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, एनजीओ और सिविल सोसाइटी को भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर में जाने की इजाजत क्यों नहीं दे रहे. जिससे वो वहां जार खुद सच देख सकें.''





बता दें कि इस सच के कुबूलनामे से पहले शाह महमूद कुरैशी ने UN मानवाधिकार परिषद में जम्मू कश्मीर को लेकर जमकर झूठ बोला और पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा फैलाया. कुरैशी ने कहा कि मैं इस सदन में कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए याचिका प्रस्तुत करता हूं.. इसके बाद उन्होंने बैठक में कश्मीर के बारे में रटा रटाया झूठ पूरी दुनिया के सामने बोला. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, ''ऐसा नहीं है कि हम बात नहीं करना चाहते हैं, हमने कई बार पेशकश की लेकिन भारत उसके लिए तैयार नहीं है. कश्मीर के हालात को सीमा पार आतंकवाद से जोड़ना सरासर गलत और शर्मनाक है.''



कुरैशी ने कहा, ''पाकिस्तान ने UNHRC में मांग की कि जून 2018 और जुलाई 2019 में आई UN के मानवाधिकार उच्चायुक्त की रिपोर्ट ने कश्मीर के हालात की जांच के लिए एक निष्पक्ष आयोग बनाने की सिफारिश की थी, हम इसका समर्थन करते हैं. पाकिस्तान अपनी तरफ से इस आयोग को पूरा सहयोग और संपर्क सुविधा देगा. ये जरुरी है कि भारत से भी कहा जाए कि वो अंतरराष्ट्रीय निगरानी और मानवाधिकार आयोग को कश्मीर में जाने की इजाजत दे. कश्मीर के हालात की नियमित निगरानी होती रहे और इसकी रिपोर्ट लगातार UNHRC को मिलती रहे.''


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बता दें कि भारत ने भी पाकिस्तान के झूठ और प्रोपेगेंडा का जवाब देने की तैयारी कर ली है. कुरैशी के झूठ के जवाब में भारत राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए रात 8.30 बजे बोलेगा. इसमें कुरैशी को जवाब दिया जाएगा. इस वैश्विक मंच पर भारत की पूरी कोशिश पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब करने की होगी. भारत की तरफ से वरिष्ठ राजनयिक अजय बिसारिया बैठक में देश का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान की सच्चाई को दुनिया के सामने लाएंगे. वहीं, पाकिस्तान की तरफ से खुद वहां के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पूर्व विदेश सचिव तहमीना जंजुआ इस सम्मेलन में भाग लेंगे. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र की बैठक 27 सितंबर तक चलेगी.