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पाकिस्तान के नापाक मंसूबे, भारत के खिलाफ अब रची ‘खेतों वाली साजिश’, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
पंजाब और जम्मू में अंतरर्राष्ट्रीय सीमा से सटे विशाल खेतों का इस्तेमाल पाकिस्तान अब स्मगलिंग और भारतीय सुरक्षा बलों की मूवमेंट पर नज़र रखने के लिए कर रहा है.
जम्मू: सीमा से आतंकियों की घुसपैठ और ड्रोन के ज़रिए हथियारों की स्मगलिंग करने में नाकाम पाकिस्तान अब भारत के खिलाफ जम्मू और पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे खेतों का इस्तेमाल अपने नापाक मंसूबो को पूरा करने के लिए कर रहा है. पाकिस्तान इन खेतों का इस्तेमाल अब स्मगलिंग और भारतीय सुरक्षा बलों की मूवमेंट पर नज़र रखने के लिए कर रहा है.
पाकिस्तान की इस नई "खेतों वाली साजिश" के बारे में आपको बताने से पहले आप के लिए यह जानना ज़रूरी है कि जिन खेतों का इस्तेमाल पाकिस्तान इस नई साजिश को अंजाम देने के लिए कर रहा है, वो खेत सामरिक रूप से पाकिस्तान के लिए कैसे ज़रूरी हैं.
सीमा से साथ ही हैं खेत
दरअसल, जम्मू और पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा की बनावट कुछ इस तरह की है कि इस सीमा पर हुई तारबंदी के बिलकुल साथ ही दोनों देशों के किसानों के खेत हैं. क्योंकि, सीमा पर तारबंदी हुई है ऐसे में इन खेतों से भारतीय इलाके में नज़र रखना आसान है और इसी का फायदा पाकिस्तान उठाने की फ़िराक में है.
एबीपी न्यूज़ को खुफिया एजेंसियों से पता चला है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अब इन्ही खेतों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ जारी अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने के लिए कर रही है.
दरअसल, सीमा से सटी इस ज़मीन के सामरिक महत्व को देखते हुए अब पाकिस्तान सरकार इस ज़मीन को सेना और आईएसआई के बड़े अफसरों को खरीदने में मदद कर रही है. सूत्रों की माने तो सीमा से सटी हज़ारों एकड़ भूमि अब तक यह अफसर खरीद चुके हैं.
अब आप सोंच रहे होंगे कि सीमा से सटी इस ज़मीन का इस्तेमाल पाकिस्तान किस तरह से भारत के खिलाफ करेगा. पाकिस्तान की यह साजिश समझने के लिए एबीपी न्यूज़ जम्मू में रिटायर्ड ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता के पास पहुंचा.
सीमा से सटी जमीन पर पाक सेना के अफसरों ने बनाए मकान
ब्रिगेडियर गुप्ता भी पाकिस्तान की इस साजिश से वाकिफ थे और उनके मुताबिक पाकिस्तानी सरकार सीमा से सटी इस ज़मीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कई तरीकों से कर रहा है. उनका कहना है कि सीमा से सटी इस ज़मीन पर पाकिस्तानी सेना के अधिकारियो ने बड़े बड़े फार्म हाउस बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल वो "सेफ हाउस" के तौर पर भी करते हैं. सेफ हाउस मतलब सीमा से सटे इन खेतों में वो आलिशान मकान जिन में भारत में घुसपैठ से पहले आतंकियों को ठहराया जा सके और इतना ही नहीं इन सेफ हाउसेस में इन आतंकियों के लिए सैन्य सहायता भी रखी जाती है.
ब्रिगेडियर गुप्ता के मुताबिक पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अधिकारी अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे इन खेतों का इस्तेमाल कई और चीज़ो के लिए भी करते हैं. उनके मुताबिक पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अधिकारी इन खेतों में किसानों की वेश भूषा में अपने जवानों को भेजते हैं और उन्हें यह निर्देश दिए जाते हैं कि वे सीमा पर हुई तारबंदी के पास तक जाकर भारतीय क्षेत्र में सुरक्षाबलो की मूवमेंट पर नज़र रखें. साथ ही यह जवान अपने आकाओं के इशारे पर मौका मिलते ही सीमा से हथियारों या नशे की खेप भी इस तरफ फेंकते हैं.
ब्रिगेडियर गुप्ता ने बताया कि पाकिस्तान की इस नापाक साजिश का मक़सद आतंकियों के लिए घुसपैठ को आसान करने के साथ ही नशे और हथियारों की स्मगलिंग को अंजाम देना है. उनके मुताबिक पाकिस्तान की इस साजिश का जवाब भारतीय सरकार अपनी सीमा पर रिटायर्ड सेना के जवानों और अफसरों को बसा कर दे सकती है. विशेषज्ञ यह भी मानते है कि पाकिस्तान की साजिश को भारत सीमा पर रह रहे लोगों की मदद से नाकाम कर सकता है.
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