Pakistan Issues Visas To Sikh Pilgrims: नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) ने 21-30 जून 2022 तक पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह (Maharaja Ranjeet Singh) की पुण्यतिथि के अवसर पर होने वाली वार्षिक वर्षगांठ में शामिल होने के लिए भारत के सिख तीर्थयात्रियों (Sikh pilgrims) को 495 वीजा (Visa) जारी किए हैं. यात्रा के दौरान, तीर्थयात्री पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने के साथ-साथ पांजा साहिब (Panja Sahib), ननकाना साहिब (Nankana Sahib) और करतारपुर साहिब (Kartarpur Sahib) जाएंगे. वे 21 जून को पाकिस्तान में प्रवेश करेंगे और 30 जून 2022 को भारत लौट आएंगे.
पंजाब के शेर (शेर-ए-पंजाब) के रूप में लोकप्रिय रणजीत सिंह पंजाब में सिख साम्राज्य के पहले शासक थे. जिन्होंने 19वीं सदी के मध्य में उत्तर पश्चिमी भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया था. वे शिशु अवस्था में चेचक के बाद बच गए थे, लेकिन उनकी बाईं आंख की रोशनी चली गई थी. उन्होंने 10 साल की उम्र में अपने पिता के साथ अपनी पहली लड़ाई लड़ी. अपने पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने अपनी किशोरावस्था में अफगानों को खदेड़ने के लिए कई युद्ध लड़े और 21 साल की उम्र में उन्हें "पंजाब के महाराजा" के रूप में घोषित किया गया. 1839 तक उनके नेतृत्व में पंजाब क्षेत्र में उनका साम्राज्य विकसित हुआ.
पाकिस्तान ने पहले भी जारी किए थे वीजा
महाराजा रणजीत सिंह की वार्षिक पुण्यतिथि (Maharaja Ranjeet Singh Death Anniversary) में शामिल होने के लिए भारत के सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान उच्चायोग ने शुक्रवार को 495 वीजा (Visa) जारी किए हैं. इससे पहले भी पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) ने भारत के सिख तीर्थयात्रियों (Sikh pilgrims) को 8-17 जून तक होने वाले गुरु अर्जन देव के वार्षिक शहादत दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए 163 वीजा जारी किए थे.
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