नई दिल्ली: पाकिस्तान की तरफ से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगातार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाक उच्चायोग प्रमुख को तलब कर सख्त ऐतराज दर्ज कराया है. भारत ने चेतावनी के साथ कहा किया कि पाकिस्तान निहत्थे और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना बंद करे.


17 जुलाई की रात में पाकिस्तानी सेना ने किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि 18 जुलाई को पाकिस्तानी उच्चायोग प्रमुख को तलब किया गया था. उन्हें 17 जुलाई की रात में पाकिस्तानी सेना की तरफ से संघर्ष विराम उल्लंघन कर की गई अकारण गोलीबारी में एक बच्चे की मौत समेत तीन निर्दोष नागरिकों की मौत को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया. जम्मू और कश्मीर में कृष्णाघाटी सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी का शिकार हुए यह सभी नागरिक एक ही परिवार के थे.


भारत ने सख्त ऐतराज जताया
भारत ने इस बात पर सख्त ऐतराज जताया कि पाकिस्तान सेना की तरफ से जानबूझकर भारतीय नागरिकों को निशाना बनाकर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने आपत्ति दर्ज कराते समय इस बात को भी उभारा कि सीमा पार आतंकवादी घुसपैठ को पाक कि तरफ से लगातार समर्थन दिया जा रहा है और सीमा पर होने वाली फायरिंग आतंकियों की घुसपैठ को कवर देने के लिए ही की जाती है.


2020 में पाक सेना ने अब तक 2711 से अधिक बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया
विदेश मंत्रालय के मुताबिक 2020 में पाक सेना ने अब तक 2711 से अधिक बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है जिसमें 21 भारतीय मारे गए हैं और 94 घायल हुए हैं. गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 से सीमा पर संघर्ष विराम लागू है. लेकिन पाकिस्तान की तरफ से होने वाली फायरिंग के चलते यह संघर्ष विराम आए दिन टूटता है.


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