ABP न्यूज़ का बड़ा खुलासा: भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका की PR कंपनी को दिए थे 7 करोड़
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर जब सारा भारत संसद में बहस करा था, तब पाकिस्तान ने अपनी साजिश पर काम शुरू कर चुका था. जिसके आधार पर ही इमरान खान जानबूझकर बार-बार परमाणु बम की धमकियां दे रहे थे.
नई दिल्ली: कश्मीर को लेकर बौखलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर बेनकाब हो गए हैं. एबीपी न्यूज़ पर भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान की साजिश का खुलासा हुआ है. एबीपी न्यूज़ को पांच अगस्त की चिट्ठी मिली है, जिसमें खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने भारत को बदनाम करने के लिए अमेरिका की एक पीआर कंपनी को 7 करोड़ रुपए में ठेका दिया था. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को पांच अगस्त को ही हटाया गया था.
पाकिस्तान ने 10 लाख 62 हजार डॉलर में किया करार
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी सरकार और अमेरिका की एक बड़ी पीआर कंपनी HOLLAND & KNIGHT के बीच भारत को बदनाम करने के लिए 10 लाख 62 हजार डॉलर में एक करार हुआ था. भारतीय रुपए में ये तकरीबन 7 करोड़ रुपये हैं. वहीं पाकिस्तानी मुद्रा में इनकी कीमत 17 करोड़ रुपए है.
करार के दस्तावेज़ों में क्या लिखा है?
दस्तावेज़ों के मुताबिक, पाकिस्तानी सरकार और अमेरिकी पीआर कंपनी के बीच करार की कॉपी में सबसे ऊपर 19 जुलाई 2019 की तारीख लिखी है और नीचे अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असर मजीद खान का नाम लिखा हुआ है. इस चिट्ठी में लिखा है कि भारत सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया है, जिससे कश्मीर की आजादी खतरे में पड़ गई है. ये वहां अशांति और विरोध की आग को तेज कर देगी. इस चिट्ठी में ये भी लिखा है कि आगे की रणनीति के लिए पाकिस्तान के उच्चायुक्त और उनकी टीम पीआर कंपनी से अलग से संपर्क करेगी.
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वहीं, 7 अगस्त 2019 की दूसरी चिट्ठी में लिखा गया है कि जो प्लान कंपनी और पाकिस्तानी सरकार के बीच तय था, उसके अलावा अगर कुछ भी नया बदलाव होगा तो कंपनी उसके लिए पाकिस्तान सरकार से अलग से पैसे लेगी.
ऐसा करके इमरान ने क्या हालिस किया?
बता दें कि अमेरिका की पीआर कंपनी को ठेका देकर पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर झूठे आर्टिकल छपवाए और इस मामले को गरमाए रखा. साथ ही इस मामले का अंतरराष्ट्रीय करण करने की कोशिश की. ताकि झूठ बोलकर भारत को बदनाम किया जा सके. ऐसी ही साजिशों के दम पर ही इमरान खान पीओके में ये दावा करके गए थे कि वो कश्मीर के राजदूत बनकर यूएनजीए में जाएंगे.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर जब सारा भारत संसद में बहस करा था, तब पाकिस्तान ने अपनी साजिश पर काम शुरू कर चुका था. जिसके आधार पर ही इमरान खान जानबूझकर बार-बार परमाणु बम की धमकियां दे रहे थे.
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