Agni Prime Missile: भारत की अग्नि प्राइम मिसाइल की जद में पूरा पाकिस्तान, सेना को मिली नई ताकत
Indian Missiles: भारत के पास पहले से ऐसी मिसाइलों की लंबी फेहरिस्त है जिनकी जद में पाकिस्तान है. अब अग्नि प्राइम के रूप में एक और हथियार भारतीय शस्त्रागार में शामिल हो गया है.
India Missile System: भारत के जंगी हथियारों के जखीरे में एक और ऐसी ताकत शामिल हो गई है, जिसकी जद में पूरा पाकिस्तान (Pakistan) है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने शुक्रवार (21 अक्टूबर) को सुबह 09:45 बजे ओडिशा (Odisha) के तट से भारत की अग्नि प्राइम न्यू जनरेशन बैलिस्टिक मिसाइल (Agni Prime New Generation Ballistic Missile) का सफल परीक्षण किया. इसी के साथ भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत में इजाफा हो गया.
ओडिशा से पाकिस्तान की सीधी दूरी 1890 किलोमीटर है. अग्नि प्राइम मिसाइल की रेंज 2 हजार किलोमीटर की है. अगर ओडिशा से ही इसे दागा जाए तो भी पाकिस्तान पर निशाना साधा जा सकता है. अगर इसे किसी सीमावर्ती इलाके से लॉन्च किया जाए को पूरा का पूरा पाकिस्तान इसकी जद में आता है. यहां तक कि पाकिस्तान के पार भी इससे निशाना लगाया जा सकता है. भारत की इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान नहीं, चीन भी है.
अग्नि प्राइम मिसाइल की खूबियां
अग्नि प्राइम स्वदेशी मिसाइल का अपग्रेडेड वर्जन है. इसका वजन लगभग करीब 11,000 किलोग्राम है. यह मिसाइल MIRV यानी Multiple Independently Targetable Teentry Vehicle तकनीकी से लैस है. इसका मतलब है कि यह मिसाइल कई परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता रखती है. इसके जरिये एक साथ कई टारगेट को तबाह किया जा सकता है.
अग्नि प्राइम का यह तीसरा परीक्षण था, जिसमें यह खरी उतरी. भारत के पास पहले अग्नि मिसाइल सिस्टम के कई वर्जन मौजूद है. अग्नि मिसाइल के महत्वपूर्ण वर्जन में 700 किमी रेंज वाली वाली अग्नि 1, 2000 किमी रेंज वाली अग्नि 2, 3000 किमी रेंज वाली अग्नि 3, 4000 किमी रेंज वाली अग्नि 4 और 5000 या उससे ज्यादा दूरी तक मार करने वाली अग्नि 5 शामिल हैं. अग्नि मिसाइल भारत में ही निर्मित स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम है, जो कि परमाणु क्षमता से लैस है. इससे सतह से सतह पर मार की जा सकती है.
भारत के पास कौन-कौन सी मिसाइलें हैं?
भारत ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को देखते अपने मिसाइल रक्षा कार्यक्रम को शुरुआत की थी. आज भारत के जखीरे में एक से बढ़कर एक मिसाइल मौजूद हैं. इनमें सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, क्रूज मिसाइल प्रहार और निर्भय, शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी 1, 2, 3 , मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल शॉर्य और अग्नि 1, इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नी- 2, 3 और 4, इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5, समुद्र से समुद्र की सतह पर मार करने वाली मिसाइल धनुष, सतह से हवा में मार करने वाली शॉर्ट रेंज मिसाइल आकाश, सतह से हवा में मार करने वाली मीडियम रेंज मिसाइल त्रिशूल, हवा से हवा में मार करने वाली दृश्य सीमा से परे रेंज वाली मिसाइल अस्त्र और सतह से सतह और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल नाग शामिल हैं.
पानी के नीचे मार करने वाली ये मिसाइलें भी भारत के पास
इतना ही नहीं, पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली यानी पानी के नीचे से सतह पर मार करने वाली के4, सागरिका के15, जहाज से सतह और हवा में मार करने वाली शॉर्ट और लॉन्ग रैंज की क्रमश: बराक 1 और बराक 8 मिसाइल भारतीय रक्षा बेड़े में शामिल हैं. भारत ने रूस से एस 400 मिसाइल सिस्टम भी खरीदा है, जिसे दुनिया के सबसे उन्नत मिसाइल सिस्टम में से एक माना जाता है.
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