अगस्त और दिसंबर में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को फिर किया ध्वस्त, अब डरे पाक ने उठाया ये कदम
भारत से डरे पाकिस्तान ने नीलम वैली में फौज की तैनाती बढ़ानी शुरू कर दी है.
नई दिल्ली: पाकिस्तान ने नीलम वैली में अपनी सेना की तैनाती बढ़ा दी है. आतंकी कैंपेन के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई से डरे पाकिस्तान ने ऐसा कदम उठाया है. सूत्रों के मुताबिक अगस्त से लेकर अब तक भारत ने कई ऑपरेशन में पाकिस्तान के नीलम वैली में मौजूद कई आतंकी कैंप्स को नेस्तनाबूद किया है और पाकिस्तान को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. जिससे डरा पाकिस्तान अब नीलम वैली और उसके इर्द गिर्द फौजियों की तैनाती को बढ़ा रहा है.
भारत से डरे पाकिस्तान ने नीलम वैली में फौज की तैनाती बढ़ानी शुरू कर दी है. आपको बता दें नीलम वैली में पाकिस्तानी सेना और आईएसआईएस ने कई आतंकी कैंप्स बना रखें हैं और उन्ही कैंप्स में भारत के खिलाफ हमलों की साजिशें रची जाती हैं. मगर पिछले कुछ महीनों में भारतीय सेना ने सटीक खुफिया जानकारी के दम पर नीलम वैली में मौजूद कई आतंकी कैंप्स को निशाना बना कर सर्जिकल तरीके से ध्वस्त किया है.
एबीपी न्यूज़ के पास इस बात की एक्सक्लूसिव जानकारी है कि भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त को कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने से पहले घाटी में कि गई सुरक्षा बलों की तैनाती से डरा पाकिस्तान तब से ही नीलम वैली और उसके आस-पास सक्रिय हो गया था. उसने ना सिर्फ इन इलाकों से आंतकी कैंप्स को हटा कर दूसरी जगहों पर शिफ्ट करना शुरू किया था बल्कि अपनी फौज की तैनाती भी बढ़ा दी थी. खुफिया सूत्रों के मुताबिक 2 अगस्त को भारत ने पाकिस्तान की नीलम वैली में बड़ी कार्रवाई की थी. वहां मौजूद आंतकी कैंप्स को निशाना बनाकर उन्हे ध्वस्त किया गया था. जिसमें आतंकियों को कवर देने की कोशिश में कुछ पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर थी.
केरन सेक्टर में भी अक्सर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन होता रहा है. जिसका भारतीय सेना मुंह तोड़ जवाब देती रही है. सरहद से आते ये वो इलाके हैं जहां सालों से पाकिस्तानी सेना के संस्करण में आतंकी कैंप्स सक्रिय हैं और लगातार भारत को निशाना बना रहे हैं. एबीपी न्यूज़ के पास मौजूद स्पष्ट जानकारी के मुताबिक अक्टूबर के महीने में भारतीय सेना ने नीलम वैली में बड़ा ऑपरेशन किया था. जिसमें करीब 10 जैश-ए-मोहम्मद के आंतकी मारे गए थे और कई आतंकी लॉन्च पैड्स भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गए थे.
यही नहीं इसी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय भी ध्वस्त हो गया था. जिसमें पाकिस्तानी सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के भी मारे जाने की खबर थी. सूत्रों के मुताबिक अभी हाल ही में 23 दिसंबर को भी नीलम वैली में भारतीय सेना ने बड़ी कार्रवाई की है. जिसको खुद वहां का एक नागरिक बयान कर रहा है. यही नहीं सूत्रों के मुताबिक नीलम वैली में चाइना की भी कुछ इफ्रास्टक्चर प्रोजेक्ट्स हैं और हाल ही में की गई भारतीय सेना की कार्रवाई की वजह से कई चीनी मजदूरों को नीलम वैली से भागना पड़ा था.
सूत्रों की माने तो पिछले 6-7 दिनों में भारतीय सेना ने एक बार फिर अपनी जवाबी कार्रवाई कर दी है. जिसमें पाकिस्तानी सेना के कई जवान मारे भी गए हैं. भले इस बात को पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर नहीं स्वीकारा हो. यही वजह है कि पाकिस्तान ने हाल के दिनों में नीलम वैली और उसके आस-पास पाकिस्तानी सेना की तैनाती बढ़ा दी है. पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत कहीं एक बार और किसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम ना दे. पाकिस्तान के कुछ सूत्रों का ये कहना है कि पाकिस्तान को ऐसा इसलिए भी लग रहा है क्योंकि भारत में मोदी सरकार को नए नागरिकता संशोधन कानून की वजह से विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ध्यान भटकाने के लिए एक बार फिर कहीं भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तान को निशाना बनाने की रणनीति ना बनाई जा रही हो.
इस बीच पाकिस्तान ने यूएन में इस बात की शिकायत तक कर दी कि भारत ने सरहद के करीब सेना की तैनाती ही नहीं बढ़ाई बल्कि उसने सरहद पर कुछ जगहों से फेन्सिंग भी हटा दी है. यही नहीं पाकिस्तान ने ये आरोप भी लगाया कि भारत कश्मीर में मिडियम रेंज मिसाइल तैनात कर रहा है. जबकि सच्चाई ये है कि भारत ने या तो पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए सीजफायर का सिर्फ जवाब दिया है या फिर सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर नीलम वैली में और आस-पास मौजूद आतंकी लॉन्च पैड्स को ही निशाना बनाया है.
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