नई दिल्ली: पाकिस्तान में ‘बंधक’ बनाकर रखी गई उज्मा गुरुवार सुबह भारत लौट आई. भारत लौटने के बाद उज्मा ने पाकिस्तान में अपने अनुभव को साझा किया. उज्मा ने पाकिस्तान को मौत का कुआं बताया. उज्मा ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकतिस्तान में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों की जमकर तारीफ की.


सुषमा मैम ने मेरी सबसे ज्यादा मदद की- उज्मा
उज्मा ने कहा, ''मेरे लिए यह बड़ी बात है कि भारतीय उच्चायोग ने मुझे पर भोरास किया. मैंने पाकिस्तान में डिप्टी हाई कमिश्नर को अपनी बात बतायी. वहां मुझसे कहा गया कि हम आपको बाहर नहीं जाने देंगे और आपकी मदद करेंगे. सुषमा मैम ने खुद ऑर्डर किया कि कुछ भी हो जाए बच्ची को ताहिर तक ना जाने दिया जाए. सुषमा मैम ने मुझसे बात करके तसल्ली दी. मैंने पहली बार अपने लिए किसी से इतने अच्छे शब्द सुने. मेरी सुनवाई से पांच मिनट पहले भी सुषमा मैम ने फोन करके पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि अगर तुम्हें दो साल भी उच्चयोग में रखना पड़ा तो रखेंगे लेकिन वापस जरूर लाएंगे.''


पाकिस्तान मौत का कुआं, जाना आसान लेकिन आना नहीं- उज्मा
उज्मा ने बताया, ''पाकिस्तान मौत का कुआं है, वहां जाना आसान है लेकिन आना मुश्किल है. मैं सभी को सलाह दूंगी कि कभी पाकिस्तान ना जाना. पाकिस्तान को लेकर मेरे मन में खौफ बैठ गया है. हमारा देश भारत बहुत अच्छा है. हमारे पास सुषमा मैम जैसी विदेश मंत्रपी हैं. मैंने दो-तीन देश देखे हैं लेकिन मुझे गर्व है कि मैं भारतीय हूं.''


मोदी जी को भी धन्यवाद देना चाहती हूं- उज्मा
उज्मा ने बताया, ''मैं सुषमा मैम को बहुत धन्यवाद देती हूं लेकिन मेरी उनसे रिक्वेस्ट है कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी जी से भी मिलकर धन्यवाद देने का मौका दिया जाए.''


जब उज्मा ने बॉर्डर क्रॉस किया तब मैंने राहत की सांस ली- सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज ने कहा, ''उज्मा ने जब बॉर्डर पार किया तब मैंने राहत की सांस ली. मेरी जब फोन पर बात होती तो वो बहुत डरी हुई रहती थी. मैं सिर्फ अपना फर्ज अदा कर रही थी, लेकिन हमारे लिए गर्व की बात यह है कि तुमने भारतीय उच्चायोग पर भरोसा किया.


जब कोई कहता है मैं भारतीय नागरिक हूं, तब सारी बातें छोटी हो जाती हैं- सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज ने कहा, ''जेपी सिंह ने मुझे बताया कि उज्मा ने कहा था कि अगर आपने हमें यहां नहीं रखा तो मैं बाहर जाकर खुदकुशी कर लूंगी. मुझे जेपी सिंह जैसे अफसरों पर गर्व है. जब लड़की ने कहा कि मैं भारतीय नागरिक हूं तब सारी बातें छोटी पड़ जाती हैं.''


पाकिस्तान के विदेश और गृहमंत्रालय ने भी मदद की- सुषमा स्वराज
भारत-पाकिस्तान के बीच जैसे भी रिश्ते हों लेकिन मैं कहना चाहूंगी कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और गृमंत्रालय ने भी हमारी मदद की. राजनीतिक रिश्ते कैसे भी लेकिन पाकिस्तान में हमारे वकील शाहनवाज नून और जस्टिस कयानी को भी धन्यवाद देती हूं.


आज दो माओं का मिलन हुआ है- सुषमा स्वराज
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ''उज्मा की बेटी मेरे पास आयी उसने मुझसे पूछा आंटी मेरी मम्मी कहां हैं. मैंने उससे कहा कि अभी थोड़ी देर में आएंगी. आज उज्मा अपनी बेटी और अपनी मां से मिली है. आज यहां दो माओं का मिलन हुआ है.''


फैसला बहुत मुश्किल था लेकिन आसान हो गया- जेपी सिंह, पाक में भारत के डिप्टी उच्यायुक्त
पाकिस्तान में भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह ने बताया, ''जब हमारे पास उजमा पहुंची तो हमारे लिए फैसला करना बहुत मुश्किल था लेकिन जब हमें पूरी सिचुएशन पता चली तो फैसला बहुत आसान हो गया. उज्मा बेहद डरी हुई थी लेकिन सुषामा मैम का सपोर्ट बहुत बड़ा रोल रहा. किसी एक नागरिक के लिए दूतावास कितना महत्वपूर्ण होता है हमें इस केस से पता चला.''