कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से नहीं आ रहा बाज, LOC पर सेना ने पांच आतंकियों को किया ढेर
कश्मीर में पिछले 24 घंटे में कुल नौ आतंकी ढेर किए जा चुके हैं. खराब मौसम और बर्फ का फायदा उठाकर एलओसी के केरन सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से आतंकी घुसपैठ की फिराक में थे. इस पूरे ऑपरेशन में तीन सैनिक भी शहीद हुए हैं.
नई दिल्ली: जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है वहीं पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. रविवार को एलओसी के केरन सेक्टर से पाकिस्तान ने आतंकियों की घुसपैठ कराने की नाकाम कोशिश की. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस बड़ी साजिश को विफल करते हुए पांच घुसपैठियों को ढेर कर दिया. लेकिन इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के तीन जांबाज सैनिक भी शहीद हो गए.
श्रीनगर स्थित सेना के प्रवक्ता, कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक, खराब मौसम और बर्फ का फायदा उठाकर एलओसी के केरन सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से आतंकियों ने घुसपैठ करने की कोशिश की. लेकिन भारतीय सैनिक अलर्ट थे और उन्होनें पांच घुसपैठियों को मार गिराया. लेकिन इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो जवान भी मारे गए. एक सैनिक की मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी, जबकि दो कि श्रीनगर स्थित बेस हॉस्पिटल में हुई. जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम के चलते घायल सैनिकों को एलओसी से निकालने में खासी दिक्कत आई.
कर्नल कालिया के मुताबिक, सेना का ऑपरेशन जारी है और पूरे इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन भी चल रही है.
पिछले 24 घंटे में कश्मीर घाटी में नौ आतंकी मार गिराऐ गए हैं
ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस को प्रकोप नहीं है. पाकिस्तान में भी अबतक भारत की तरह करीब 3000 मामले सामने आ चुके हैं और 45 लोगों की जान चुकी है. बावजूद इसके पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा और आतंकियों को भारत भेजने की जुगत में लगा है. लेकिन शनिवार और फिर रविवार के ऑपरेशन ने साफ कर दिया कि भारतीय सेना कोरोना वायरस से तो लड़ ही रही है पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पूरू तरह अलर्ट है.
आपको बता दें कि शनिवार को ही सेना ने सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर के साथ साझा ऑपरेशन में कुलगाम में चार आतंकियों को मार गिराया था. ये सभी हिजबुल मुजाहिद्दीन के स्थानीय आतंकी थे. यानि पिछले 24 घंटे में कश्मीर घाटी में नौ (09) आतंकी मार गिराऐ गए हैं.
गौरतलब है कि थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने हाल ही में सैनिकों को कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन नमस्ते के बारे में संबोधित करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस से देशवासियों को तो बचाना ही है साथ ही खुद को भी इस महामारी से सुरक्षित रखना है. क्योंकि सैनिक खुद सुरक्षित रहेंगे तभी वे देशवासियों को सुरक्षित रख सकते हैं और सरहदों को भी सुरक्षित रख सकतें हैं. यानि सैनिको को 'हर मैदान फतह' करना है.
ऑपरेशन नमस्ते के तहत सेना ने सेना ने खोले आधा-दर्जन क्वारंटीन सेंटर ऑपरेशन नमस्ते के तहत सेना ने देश के अलग अलग हिस्सों में आधा-दर्जन क्वारंटीन सेंटर खोले हैं जहां कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों को रखा गया है. सेना ने स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए अपने सैन्य-डॉक्टर्स और पैरा-मेडिकल कर्मियों को तैयार रखा है. राजधानी दिल्ली के नरेला कोरांटीन सेंटर में सेना के डॉक्टर्स की टीम को तैनात किया गया है. रविवार को ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि सीडीएस, जनरल बिपिन रावत ने नरेला सेंटर को दौरा कर सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ का हौंसला बढ़ाया था.
जम्मू-कश्मीर: सेना ने कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम की, पांच आतंकी ढेर, तीन जवान शहीद