ऐसा लगता है कि जैसे पाकिस्तान का अस्तित्व भारत के खिलाफ साजिश करते रहने पर ही टिका है. पाकिस्तान हर रोज भारत के खिलाफ कोई न कोई साजिश रचता रहता है. इन दिनों पाकिस्तान ने एक नया तरीका अपनाया है. पाकिस्तान अपनी साइबर क्राइम की दुनिया को मजबूत कर रहा है और अपने इन साइबर गुरिल्लाओं की मदद से भारत में नफरत को बढ़ावा देने में जुटा हुआ है. 


पाकिस्तान आर्मी की प्रॉपेगेंडा विंग ISPR भारत में होने वाले किसी भी दुर्घटना को प्रचारित करने में पीछे नहीं हटती है. उसका सिंगल प्वाइंट एजेंडा भारत में सोशल मीडिया के जरिए अशांति को बढ़ावा देना है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि खराब करना है. जानकारी के मुताबिक ISPR का उद्देश्य निभ्नलिखित हैं...



  • भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब होगी

  • वैश्विक मामलों में भारत की राय को कम महत्व मिलेगा

  • भारत पर वैश्विक दबाव बढ़ेगा ख़ास तौर से अमेरिका और यूरोप के देश भारत को नसीहत देने की हैसियत पा लेंगे.

  • छवि खराब होने पर भारत में निवेश कम आएगा.

  • भारत में पर्यटकों की संख्या में भी कमी आएगी


रामनवमी में दो समुदायों के बीच बनी थी विवाद की स्थिति


देश में पिछले दिनों रामनवमी पर घटनाएं हुईं जिनमें खास तौर पर रामनवमी और रमजान के दौरान दो समुदायों के लोगों के बीच विवाद की स्थिति बन गई. इसी दौरान देश के कई राज्यों को साइबर मामलों में सलाह दे रहे साइबर क्राइम के एनालिटिक्स अमित दुबे की नजर सोशल मीडिया और ट्विटर पर पड़ी जहां उनको एक असामान्य ढंग का पैटर्न देखने को मिला.


पाकिस्तान ने ट्रेंड कराए थे हैशटैग


अमित ने देखा कि 10 और 11 अप्रैल को ट्विटर पर तीन हैश टैग ट्रेंड कर रहे थे. इन तीनों हैशटैग के साथ दो दिन में कुल डेढ़ लाख ट्वीट किए गए हैं. इनमें से 70% ट्वीट विदेशों से किए गए थे. सभी ट्वीट का 40% ट्वीट पाकिस्तान और अफगानिस्तान से ट्वीट किया गया था. इन ट्वीट की शुरुआत पाकिस्तान से हुई थी. जिन हैशटैग से ट्वीट हुए थे वो हैशटैग हैं.
 
#IndianMuslimUnderAttack


#MuslimGenocideInIndia


#IndianMuslimGenocideAlert


इन हैशटैग के साथ जो ट्वीट किए जा रहे थे उनमें भारत में घटी किसी घटना पर पुरानी किसी घटना का वीडियो लगाया गया था. अमेरिका, जर्मनी, कनाडा सहित यूरोप के कई देशों से भी इन हैशटैग के इस्तेमाल के साथ ट्वीट हो रहे थे. भारत के कई लोग इन्हें रिट्वीट कर रहे थे, क्योंकि शायद उन्हें लग रहा था कि सभी ट्वीट देश के भीतर से ही हो रहे हैं. इस रिसर्च में ये भी पता चला कि भारत में जिन वेरिफाइड अकाउंट वालों ने इन हैशटैग वाले ट्वीट को रिट्वीट किया था या कोई राय दी थी उन्होंने बाद में इन ट्वीट्स को डिलीट कर दिया था.


टूल किट बांटती है पाकिस्तानी वायु सेना


भारत सरकार की कई एजेंसियों को साइबर क्राइम एनालिसिस के मामलों में सलाह देने वाले साइबर क्राइम एनालिस्ट अनुज अग्रवाल बताते हैं कि पाकिस्तान अपनी साइबर सेना के माध्यम से ऐसी टूलकिट वितरित करता है जिसमें भारत के किसी मामले पर कब और किस पैटर्न पर ट्वीट करना होता है ये सब लिखा होता है. इसमें अलग अलग देशों में मौजूद अपने बॉट को ऐसे सक्रिय करना होता है कि ट्विटर पर आ रही प्रतिक्रियाएँ सामान्य पैटर्न के अनुसार ही दिखें. यानी किसी एक ही देश से आती हुई प्रतिक्रियाएं नहीं लगें.


इन देशों से ट्वीट किए गए



  • पाकिस्तान- 43081 ( सबसे ज्यादा ट्वीट)

  • अफगानिस्तान - 16045

  • भारत- 29423

  • यूनाइटेड किंगडम- 231

  • जर्मनी- 783

  • सऊदी अरबिया- 1731

  • रोमानिया- 487

  • तुर्की - 1497

  • इंडोनेशिया- 7534

  • मलेशिया - 1367


कुल कितने लोगों ने मिल कर ट्वीट किया है फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है लेकिन 10 और 11 अप्रैल के इन ट्वीट के संदर्भ में इतना कहा जा सकता है कि एक व्यक्ति करीब पचास ट्वीट कर रहा था. कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने भारत में मुसलमानों को लेकर चिंता जाहिर की है. जगमीत सिंह ने ट्विटर पर लिखा है कि मोदी सरकार को मुस्लिम-विरोधी भावनाओं को रोकना चाहिए. 


जगमीत सिंह ने लिखा कि भारत में मुस्लिमों को निशाना बनाकर हो रही हिंसा की तस्वीरें, वीडियो देखकर मैं बेहद चिंतित हूँ. मोदी सरकार को मुस्लिम-विरोधी भावनाओं को उकसाने से रोकना चाहिए. मानवाधिकारों की रक्षा होनी चाहिए. कनाडा को दुनिया भर में शांति के लिए अपनी मज़बूत भूमिका निभानी चाहिए.


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