पाकिस्तान में लगातार जारी राजनीतिक अंतरविरोध और कश्मीर मुद्दे पर दुनियाभर में अलग-थलग पड़ने के बाद इस्लामाबाद ने अब उल्टा भारत पर विद्रोहियों को उकसाने का आरोप लगाया है. पाकिस्तान के एक पूर्व सैन्य ऑफिसर ने यह आरोप लगाया है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पश्तून ट्राइबल इलाकों और बलूचिस्तान में विद्रोही गुटों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि पाकिस्तान की सेना कश्मीर मुद्दे से दूर रहे और वे आंतरिक मुद्दों में ही उलझी रहे.


पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर फोर्स ऑफिसर एयर वाइस मार्शल शहजाद चौधरी ने ‘डोभाल्स डर्टी वॉर’ शीर्षक के साथ 22 नवंबर के इस आर्टिकल में यह आरोप लगाया है. पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से यह आरोप ऐसे वक्त पर लगाया गया है जब नवाज शरीफ जैसे वहां के बड़े राजनेताओं ने पाकिस्तानी में सेना के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों पर चुनाव में हेराफेरी और लोकतंत्र में हस्तक्षेप करने की बातें कह चुके हैं.


पाकिस्तान के पूर्व सैन्य ऑफिसर ने आर्टिकल में कहा कि डोभाल ने 2014 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनने के बाद पाकिस्तान पर उल्टा आतंकवाद का मिसाल दिया. उन्होंने कहा कि इस योजना के मुताबिक,  अगर भारत को कश्मीर में दर्द होगा तो वे फिर वही पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान में करेगा.


चौधरी ने इस आर्टिकल में कहा है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को खत्म करना यह डोभाल का ही प्लान था. चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान में छह साल बीता चुके अजीत डोभाल ही मोदी सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ भारत की पाकिस्तानी नीति को भी देख रहे हैं.