फारूक अब्दुल्ला ने फिर उगला जहर, कहा- पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी है
श्रीनगर से लोकसभा के सांसद ने पिछले हफ्ते भी विवादास्पद टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि पीओके पाकिस्तान का है और दोनों देश कितना भी लड़ लें, ये बदलने वाला नहीं है.
श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को एक बार फिर विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं और उसके पास भी परमाणु बम है, वह भारत को जम्मू-कश्मीर के अपने कब्जे वाले हिस्से पर नियंत्रण नहीं करने देगा.
पिछले हफ्ते फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि ‘‘पीओके पाकिस्तान का है.’’ उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम कब तक कहते रहेंगे कि पीओके हमारा हिस्सा है? पीओके उनके बाप की जागीर नहीं है. पीओके पाकिस्तान में है और यह (जम्मू-कश्मीर) भारत में है.’’ उन्होंने कहा कि 70 साल हो गए लेकिन ‘‘भारत, पीओके को हासिल नहीं कर सका.’’
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘आज, वे (भारत) दावा करते हैं कि ये हमारा है . तो इसे (पीओके) हासिल कर लीजिए, हम भी कह रहे हैं कि कृपया इसे (पाकिस्तान से) हासिल कर लीजिए. हम भी देखेंगे. वे (पाकिस्तान) इतने कमजोर नहीं हैं और उन्होंने कोई चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं. उनके पास भी एटम बम है. युद्ध के बारे में सोचने से पहले हमें सोचना होगा कि इंसान के रूप में हम कैसे रहेंगे?’’
श्रीनगर से लोकसभा के सांसद ने पिछले हफ्ते भी विवादास्पद टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि पीओके पाकिस्तान का है और दोनों देश कितना भी लड़ लें, ये बदलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा था, ‘‘मैं न केवल भारत के लोगों बल्कि दुनिया से भी सीधे शब्दों में कहता हूं कि जम्मू-कश्मीर का जो हिस्सा पाकिस्तान के पास है (पीओके) वह पाकिस्तान का है और इस तरफ का हिस्सा भारत का है. यह नहीं बदलेगा. वे चाहे जितनी लड़ाइयां लड़ लें. इसमें बदलाव नहीं होगा.’’ उनके बयान पर बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई थी और बिहार में उनके खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. वह भी एक मुस्लिम ने दर्ज करवाया है, अल्लाह उसे सलामत रखे . उसकी दशा देखिए, वह कश्मीर के बारे में नहीं जानता. वह हमारी स्थिति के बारे में नहीं जानता. वे (पाकिस्तान) बम गिराते हैं तो यहां (कश्मीर में) आम आदमी और सैनिक मरते हैं और जब बम यहां से गिराया जाता है तो वहां (पीओके) भी हमारे लोग और सैनिक मरते हैं. कब तक यह बवाल चलेगा? कब तक निर्दोष लोगों का खून बहेगा?’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि वह दिन भी आएगा जब लोग एलओसी के आर-पार आजाद होकर आ-जा सकेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा दिन आएगा जब लोग एलओसी को इस तरह से पार करेंगे जैसे एक घर से दूसरे घर में जा रहे हैं. विश्वास रखिए ऐसा दिन आएगा और इसके बगैर इस देश में शांति कायम नहीं होगी.’’
फारूक अब्दुल्ला के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने दिल्ली में कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा. उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमें इसके लिए किसी व्यक्ति के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.’’
नेशलन कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा था कि समय आ गया है कि उन सभी केंद्रीय कानूनों को खत्म करने की जरूरत है जिन्हें 1953 के बाद राज्य में लागू किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य की स्वायत्तता का ह्रास ही जम्मू-कश्मीर में सभी राजनीतिक समस्याओं का मूल है और इससे लोगों में भ्रम और निराशा की भावना जगी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता से समझौता नहीं हो सकता.’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस के भाषण की याद दिलाई जहां उन्होंने कश्मीर के लोगों को गले लगाने की जरूरत पर बल दिया था.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मोदी को कश्मीर के लोगों से पूरी गरिमा के साथ जुड़ना चाहिए और उनकी भावनाओं की कद्र करनी चाहिए ताकि कश्मीर मुद्दे का समाधान हो सके.’’