Pakistan News: ड्रोन के जरिए अवैध तरीके से भारत में क्या भेज रहा पाकिस्तान? पीएम शहबाज शरीफ के करीबी का खुलासा
Drugs Smuggling in India Through drones: सीनियर जर्नलिस्ट हामिद मीर के सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा कि हाल ही में दो ड्रोन में 10-10 किलो हेरोइन बरामद की गई, जिन्हें बॉर्डर पार भेजा जा रहा था.
Drugs Smuggling Through drones: पाकिस्तान की ओर से भारत में ड्रोन के जरिए ड्रग्स की तस्करी की जा रही है. हेरोइन जैसे नशीले पदार्थ बॉर्डर पार कर भारत भेजे जा रहे हैं. पाक पीएम शहबाज शरीफ के करीबी अधिकारी मलिक मोहम्मद अहमद खान ने खुद इसका खुलासा किया है. टीवी जर्नलिस्ट हामिद मीर के साथ इंटरव्यू में अधिकारी ने कहा कि ड्रग तस्कर हाई-टेक तरीके से पड़ोसी मुल्क के पंजाब में ड्रग्स भेज रहे हैं. यह तस्करी पाकिस्तानी शहर कसूर के जरिए की जा रही है. यह शहर भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक है और पंजाब शहर से लगता हुआ है. कसूर भारत के पंजाब में खेमकरन और फिरोजपुर से लगता है.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मलिक मोहम्मद अहमद खान रक्षा मामलों में शहबाज शरीफ के स्पेशल असिस्टेंट और सलाहकार हैं. वह कसूर से प्रोविंशियल एसेंबली मेंबर यानी एमपीए हैं.
10-10 किलो ड्रग्स के साथ पकड़े गए दो ड्रोन
हामिद मीर ने एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने अहमद खान से सवाल किया कि क्या पाकिस्तान से भारत में ड्रग्स की तस्करी की जा रही है. इसके जवाब में अहमद खान ने कहा, "हां, ऐसा किया जा रहा है और ये बात बहुत भयावह है." उन्होंने कहा, हाल ही में ऐसे दो मामलों में ड्रोन में 10-10 किलो हेरोइन (नशीला पदार्थ) बरामद की गई, जिन्हें बॉर्डर पार भेजा जा रहा था. एजेंसियां इस पर रोक लगाने की कोशिश कर रही हैं."
अधिकारी ने की ये अपील
हामिद मीर ने वीडियो के कैप्शन में लिखा, "पीएम के सलाहकार मलिक मोहम्मद अहमद खान का बड़ा खुलासा. पाकिस्तान-भारत बॉर्डर के करीब कसूर के बाढ़ प्रभावित इलाकों से ट्रांसपोर्ट की जा रही हेरोइन. मोहम्मद अहमद खान ने बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास की मांग करते हुए कहा कि उनकी मदद की जाए वरना वे स्मगर्लस के साथ जुड़ सकते हैं."
वहीं, पंजाब पुलिस के डेटा में भी बताया गया कि सबसे ज्यादा ड्रग्स के मामले खेमकरन और फिरोजपुर में ही दर्ज किए गए है. पंजाब पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में डेटा जारी किया था, जिसके मुताबिक, सिर्फ फिरोजपुर में 2022-2023 के दौरान एनडीपीएस एक्ट के तहत 795 एफआईआर दर्ज की गई थीं.