वेस्टमिंस्टर: ब्रिटेन के ऐतिहासिक सेंट्रल हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत शांति में विश्वास करता है लेकिन हम उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो आतंकवाद का निर्यात करना चाहते हैं. आतंकवाद कभी भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. हम उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बार-बार पीठ पर वार करता है, इसलिए उसको जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किया गया. मोदी ने कहा, "सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद हमने पाकिस्तान को फोन कर के बता कि लाशें उठा लो." उन्होंने कहा, "अगर कोई आतंकवाद निर्यात करने का उद्योग बना के बैठा हो, मेरे देश के निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया जाता हो. तो मोदी उसको उसी भाषा में जवाब देता है." मोदी वेस्टमिंस्टर के सेंट्रल हॉल में "भारत की बात सबके साथ" कार्यक्रम में बोल रहे थे.


सरकारी योजनाओं का बखान


इस दौरान मोदी ने कहा कि भारत आंख झुकाकर या आंख उठाकर नहीं बल्कि आंख मिला कर बात करने में विश्वास करता है. उन्होंने कहा कि चाहे कोई पैरामीटर हो, देश के लिए अच्छा करने में हमने कोई कमी नहीं रखी है. मोदी ने अपने कार्यकाल की योजनाओं के बारे में कहा कि आज हम किसान कल्याण के लिए काम कर रहे हैं. चाहे वो 2022 तक कृषि से होने वाली आय को दोगुनी करनी हो, यूरिया की आसान उपलब्धता हो या यूरिया की नीम-कोटिंग हो, हम एक निश्चित लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं.


प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक ऐसा इको-सिस्टम बना रहे हैं जहां सभी के लिए अवसर हो. देश में वेलनेस सेंटर हो या प्रिवेंटिव हेल्थकेयर हो, हम हर भारतीय के स्वास्थ्य के लिए काम कर रहे हैं. बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई और बुजुर्गों को दवाई, इन तीनों पर ही हमने विशेष ध्यान दिया. सवा सौ करोड़ देशवासियों की शक्ति पर मेरा भरोसा और आज जितने बदलाव देश में देखने को मिल रहे हैं, ये उसी का परिणाम है.


लिंगायत समुदाय के दार्शनिक बसवेश्वर को किया याद


इस बीच मोदी ने भगवान बसवेश्वर को भी याद किया. उन्होंने कहा कि भगवान बसवेश्वर ने लोकतंत्र के लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया और समाज को जोड़ने का अभूतपूर्व काम किया. लोकतंत्र, सामाजिक चेतना और नारी सशक्तिकरण के लिए किया गया भगवान बसवेश्वर का प्रयास हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है. उन्होंने कहा कि लंदन आ कर मै भगवान बसवेश्वर को श्रद्धांजलि देना चाहता था. बसवेश्वर लिंगायत समुदाय के दार्शनिक थे और 12वीं सदी के समाज सुधाकर के रूप में जाने जाते हैं.


कांग्रेस पर किया हमला


इस मौके पर मोदी ने कांग्रेस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमारे देश का दुर्भाग्य है कि स्वतंत्रता के बाद, भारत के संस्कृति और इतिहास को मिटाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को एक परिवार के बाहर कुछ नहीं जानने दिया गया.


बलात्कार की घटना को किसी सरकार से जोड़ना गलत


इस दौरान मोदी ने देश में बलात्कार की घटना पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बलात्कार बलात्कार होता है और इसे किसी सरकार से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. मोदी ने कहा, "जब किसी बालिका से बलात्कार होता है, कितनी दर्दनाक घटना है. लेकिन क्या हम ये कहेंगे कि तुम्हारी सरकार में इतना होता था, मेरी सरकार ने इतना होता था. बलात्कार बलात्कार होता है, एक बेटी के साथ ये अत्याचार कैसे सहन कर सकते हैं."


व्यव्स्था परिवर्तन के लिए आम जनता की भागीदारी जरूरी


नरेन्द्र मोदी ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए आम जनता की भागीदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी ने एक बहुत ही अलग काम किया. उन्होंने जन आंदोलन में स्वतंत्रता संग्राम को बदल दिया. उन्होंने हर व्यक्ति से कहा कि जो भी आप कर रहे हैं वह भारत की आजादी के लिए योगदान देगा. मोदी ने कहा कि लोकतंत्र कोई कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट नहीं है, ये भागीदारी का काम है. जनता-जनार्दन की ताकत बहुत होती है और उन पर जितना भरोसा होगा, उसके परिणाम देखने को मिलेंगे.


लोकतंत्र में आलोचना जरूरी


नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि मै चाहता हूं कि मेरी सरकार की खूब आलोचना हो. आलोचना से लोकतंत्र मजबूत होता है. हालांकि मोदी ने ये भी कहा कि मेरी समस्या आलोचना के खिलाफ नहीं है. आलोचना करने के लिए, उचित तथ्यों की जरूरत पड़ती है. लेकिन अफसोस की बात है, यह अब ऐसा नहीं होता है. आलोचना करने के बजाय एक दूसरे पर आरोप लगाए जाते हैं.


बता दें कि पीएम मोदी 16 से 21 अप्रैल तक के लिए छह दिवसीय स्वीडन और ब्रिटेन यात्रा पर हैं. मोदी सेंट्रल हॉल में "भारत की बात सबके साथ" कार्यक्रम में गीतकार प्रसून जोशी के साथ बात कर रहे थे.