आतंकी कैंपों पर भारत के हमलों से बौखलाया पाकिस्तान, एक बार फिर दी परमाणु हमले की गीदड़भभकी
पाकिस्तान की बौखलाहट के पीछे दो बड़ी वजह है. एक दुनिया के हर मंच पर कश्मीर को लेकर नाकामी और दूसरी ये कि पाकिस्तान को कंगाली की कगार पर पहुंचाकर इमरान घर में बुरी तरह घिर गए हैं. इसी का नतीजा है कि इमरान को तख्ता पलट की आहट बार-बार सुनाई दे रही है.
इस्लामाबाद: कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने और अपने आतंकी कैंपों पर भारत के हमलों से पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत को परमाणु हमले की गीदड़भभकी दी है. पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख रशीद ने कहा है कि भारत से न्यूक्लियर कम एटोमिक वॉर होगा. जिस तरह की जरूरत होगी, हम उस किस्म का असलहा इस्तेमाल करेंगे.
पाकिस्तान पर गंभीर खतरा है. भारत के साथ जंग खौफनाक होगी- शेख रशीद
शेख रशीद ने कहा है, ‘’मैं 126 दिन धरने में शामिल था, उस वक्त मुल्क के हालात और सरहदी मामलात ऐसे नहीं थे. अब पाकिस्तान पर गंभीर खतरा है. भारत के साथ जंग खौफनाक होगी. ये पारंपरिक युद्ध नहीं होगा. एटॉमिक वॉर हो सकती है. जो लोग ये सोच रहे हैं कि 4-6 दिन गोले चलेंगे, हवाई हमले होंगे या नेवी के गोले चलेंगे, बिल्कुल नहीं. ये परमाणु युद्ध होगा.’’
दो दिन पहले सेना ने तबाह किए पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने रविवार को भारी हथियारों से पीओके में नीलम घाटी में चार आतंकी कैंप और कई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया. सेना की इस कार्रवाई में पाकिस्तान के करीब 10 सैन्य जवान और उतने ही आतंकी मारे गए. पाकिस्तानी रेंजर्स ने रविवार की सुबह तंगधार सेक्टर में गोलीबारी की थी. गोलीबारी में सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की भी गोली लगने से मौत हो गई. जिसके बाद भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. इसी को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.
पाकिस्तान की बौखलाहट के पीछे दो बड़ी वजह
बता दें कि पाकिस्तान की बौखलाहट के पीछे दो बड़ी वजह है. एक दुनिया के हर मंच पर कश्मीर को लेकर नाकामी और दूसरी ये कि पाकिस्तान को कंगाली की कगार पर पहुंचाकर इमरान घर में बुरी तरह घिर गए हैं. इसी का नतीजा है कि इमरान को तख्ता पलट की आहट बार-बार सुनाई दे रही है. पाकिस्तान के सेनाप्रमुख बाजवा समानांतर सरकार चला रहे हैं और पाकिस्तान की सबसे बड़ी धार्मिक पार्टी जमियत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता फजलुर रहमान इमरान खान के खिलाफ 27 अक्टूबर से आजादी मार्च निकालने वाले हैं. अब इमरान और उनकी सरकार को लगता है कि भारत के हमले का डर दिखाकर देश के अंदर के विरोध की आग पर पानी डाला जाए.
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