नई दिल्लीः जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में पिछले साल फरवरी में CRPF के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 40 से ज्यादा जवान मारे गए थे. जिसे लेकर बीते दिनों पाकिस्तानी संसद में पाकिस्तान के मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने बड़ा बयान दिया था. उनका कहना था कि पुलवामा हमला इमरान सरकार की बड़ी कामयाबी थी. जिसे लेकर अब पाकिस्तान ने अपने कदम वापस खींच लिए हैं.


दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को दो दिवसीय गुजरात यात्रा के दौरान विपक्ष पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अपनी संसद में हमले की जिम्मेदारी स्वीकार किए जाने के बाद, हमारे कठिन समय के दौरान बदसूरत राजनीति का सहारा लेने वाले लोगों की वास्तविक प्रकृति को उजागर किया गया है. मैं उनसे राष्ट्र के हित में ऐसी राजनीति नहीं करने का अनुरोध करता हूं.” जिसे लेकर पाकिस्तान ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई टिप्पणी को नकारते हुए कहा है कि पुलवामा हमले में उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं थी.

बीते साल 14 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के एक सदस्य द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक काफिले पर आत्मघाती हमले में 40 सैनिक मारे गए थे. जिसे लेकर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को नेशनल असेंबली में कहा कि उनके देश ने भारत में प्रवेश किया और इसे अपनी धरती पर पटखनी दी. चौधरी ने कहा था, "हम ने हिंदुस्तान को घुसकर मारा है.

वहीं शनिवार को, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि मोदी की टिप्पणी में संघीय मंत्री की टिप्पणी को तोड़ मरोड़ कर पेश करने की कोशिश की गई है.

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