Pakistan Released 20 Fisherman: पाकिस्तान ने 20 भारतीय मछुआरों को रिहा किया, साझा किया दर्द
Pakistan Released 20 Indian Fishermen: उच्चायोग ने कहा कि कैदियों का मुद्दा मानवीय प्रकृति का है और पाकिस्तान उम्मीद करता है कि भारतीय पक्ष भी इसी भावना का प्रदर्शन करेगा.
Pakistan Released 20 Indian Fishermen: पाकिस्तान (Pakistan) ने सोमवार को कहा कि उसने 20 भारतीय मछुआरों (Indian Fisherman) की जेल की सज़ा पूरी होने के बाद उन्हें स्वदेश भेज दिया है. भारत (India) में पाकिस्तान के उच्चायोग (High Commission of Pakistan) ने कहा कि भारतीयों को वाघा-अटारी सीमा (Wagha Attari Border) पारगमन स्थल के जरिए वापस भेजा गया है. उसने ट्विटर पर कहा, "पाकिस्तान ने अपनी सज़ा पूरी करने वाले 20 भारतीय कैदियों (मछुआरों) को रिहा कर दिया है और उन्हें उनके मुल्क वापस भेज दिया है. उन्हें आज वाघा/अटारी सरहद से वापस भेजा गया."
उच्चायोग ने कहा कि कैदियों का मुद्दा मानवीय प्रकृति का है और पाकिस्तान उम्मीद करता है कि भारतीय पक्ष भी इसी भावना का प्रदर्शन करेगा. पिछले 4 सालों से ये मछुआरे पाकिस्तान की जेल में बंद थे. ये सभी मछुआरे गुजरात के रहने वाले हैं. इन मछुआरों पर पाकिस्तान में ज्यूडीशियल ट्रायल चला और इन्हें पाकिस्तान में 4 साल की सजा दी गई. एक मछुआरे से जब मीडिया ने बातचीत की तो उसने बताया, “हम 4 साल बाद वापस आ रहे हैं. पाकिस्तान में जो भारतीय लोग फंसे हैं वे भी रिहा होने चाहिए. वहां खाने की दिक़्कत है. अगर समय रहते वे नहीं आए तो शायद उनका मृत शरीर भारत आए.”
सजा खत्म होने के बाद पाकिस्तान ने भेजा वतन
अरुण पाल, प्रोटोकॉल अधिकारी ने बताया कि इन मछुआरों की सजा खत्म होने के बाद पाकिस्तान ने इन्हें वापस भेज दिया ये अटारी सीमा से यहां आए हैं और अब इनका चेकअप करवाने के बाद गुजरात पुलिस इन्हें लेकर जाएगी. पाकिस्तान मछुआरों की रिहाई पर मानवता दिखाते हुए रविवार को 20 भारतीय मछुआरों की सजा पूरी होने के बाद उन्हें भारत भेज दिया. ये मछुआरे पिछले 4 वर्षों से कराची की एक जेल में कैद थे.
जनवरी में भी पाक ने 20 भारतीय मछुआरों को छोड़ा था
आपको बता दें कि इसके पहले जनवरी के महीने में भी पाकिस्तान (Pakistan) ने 20 भारतीय मछुआरों (Indian Fisherman) को सोमवार को वाघा बॉर्डर (Wagha Border) के जरिए भारत को सौंप दिया था. ये मछुआरे (Fisherman) पाकिस्तान (Pakistna) के करांची की लांधी जेल में बंद थे. इन मछुआरों को जिला कारागार और मलीर स्थित सुधार गृह से रिहा किया गया सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बीएसएफ के सुपुर्द कर दिया गया था. इन मछुआरों को भी पाकिस्तानी जलक्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करने और बिना अनुमति मछलियां पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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