नई दिल्लीः अपने प्यार को पाने की चाहत में सरहद लांघकर अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे भारतीय प्रेमी हामिद निहाल अंसारी अब सुरक्षित स्वदेश लौट चुके हैं. भारत आने के बाद वह अपने माता पिता के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिले. इस दौरान सुषमा स्वराज ने हामिद अंसारी को गले लगया. अपने बेटे की वतन वापसी से खुश और भावुक हामिद निहाल अंसारी की मां फौजिया अंसारी ने नारे तक गढ़े. आंखों में खुशी के आंसू लिए फौजिया ने कहा, ''मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, सब मैडम ने ही किया है. मैंने तो मात्र इतने मिठाई लाए हैं, मैं अगर 50 किलो भी लेकर आती तो यह कम था.''


अपने बेटे के गायब होने के बाद फौजिया लगातार उसकी तलाशी में जुटी हुई थी. छह साल तक ठोकरें खाई, मन्नतें रखी तब जाकर उसका बेटा भारत लौटा. अंसारी के भारत वापस लाने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का खास योगदान रहा है. विदेश मंत्रालय के अलावा एक और महिला है जिन्होंने अंसारी की वतन वापसी में अहम भूमिका निभाई जिनका नाम है रख्शंदा नाज़ .


कौन है वह महिला जिसने की हामिद अंसारी की मदद
रख्शंदा का जन्म बलूचिस्तान के क्वेटा में हुआ. जिसके बाद वो हसन अब्दाल पहुंचे.  शुरुआती पढ़ाई गुरुद्वारा पंजा साहिब से हुई. उच्च शिक्षा के लिए इन्होंने सरकारी कॉलेज का रुख किया. रख्शंदा कुल 12 भाई-बहन हैं.


इंग्लैंड के कॉवंट्री यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल लॉ में एलएलएम करने के बाद वहीं से मास्टर डिग्री हासिल की. रख्शंदा पिछले करीब 25 साल से वकालत से जुडी हैं. फिलहाल वह पेशावर में रह रही हैं. इसके अलावा वह यूएन वूमन पाकिस्तान, औरत फाउंडेशन, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून ग्रुप के साथ भी काम कर चुकी हैं.


क्या है पूरा मामला
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने हामिद अंसारी को अवैध तरीके से देश में घुसने पर छह साल पहले हिरासत में ले लिया था. वह कथित तौर पर एक लड़की से मिलने वहां गया था, जिससे उसकी दोस्ती ऑनलाइन हुई थी. अंसारी 2012 में अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान गया था.


मुंबई निवासी अंसारी को पेशावर की केंद्रीय जेल में रखा गया था. तीन साल की जेल की सजा 15 दिसंबर को समाप्त हुई लेकिन वह कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने की वजह से तब भारत नहीं आ पा रहा था. पेशावर हाई कोर्ट ने गुरुवार को पाकिस्तान सरकार को अंसारी को भारत भेजने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक माह की मोहलत दी थी.


बता दें सुषमा स्वराज विदेशों में फंसे भारतीयों को हमेशा मदद करते रहती हैं इसके अलावे कई विदेशी नागरिकों को भारत में इलाज करवाने के लिए वीजा दिलवाने में सहयोग करती हैं.


सुषमा स्वराज से मिलकर भावुक हुए हामिद अंसारी, मां ने कहा- मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान