कठुआ (जम्मू कश्मीर): केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारत हमेशा से अपने सभी पड़ोसियों से दोस्ताना संबंध चाहता रहा है लेकिन पाकिस्तान ने भारत को धोखा दिया है और शांति की पहलों के बदले आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए दक्षेस देशों को निमंत्रण भेजे जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि हमारा मानना था कि अगर हम भारत को शक्तिशाली देश बनाना चाहते हैं तो हमें सभी पड़ोसी देशों का सहयोग चाहिए होगा.
उन्होंने कहा कि हमने सभी पड़ोसी देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया और हमने नवाज शरीफ को भी बुलावा भेजा और वह आये थे.
राजनाथ ने कहा, ‘‘शरीफ को केवल हाथ मिलाने के लिए नहीं बुलाया गया था बल्कि इसलिए बुलाया गया था कि दोनों देशों के दिल मिलें.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमारे इरादों को समझना चाहिए लेकिन वह ऐसा करने में नाकाम रहा है.
राजनाथ ने यह भी कहा कि मोदी सभी प्रोटोकॉलों को तोड़ते हुए अफगानिस्तान से लौटते वक्त पाकिस्तान में शरीफ के परिवार में एक समारोह में शामिल होने पहुंचे थे.
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात का भरसक प्रयास करते हैं कि हमारे पड़ोसी शांति के साथ रहें. हम भारत का विकास चाहते हैं तो पाकिस्तान, नेपाल, म्यामां, भूटान और श्रीलंका का भी विकास चाहते हैं. सभी की तरक्की होनी चाहिए. हम ऐसा चाहते हैं लेकिन पाकिस्तान ने इतनी दरियादिली के बदले में हमें क्या दिया?’’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘हमें गुरदासपुर मिला, पठानकोट मिला और उरी मिला जहां आतंकवादियों ने घुसपैठ की और हमारे जवानों पर कायराना हमले किये. लेकिन हमने भी उन्हें दिखा दिया कि हम कितने सक्षम हैं.’’
राजनाथ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं इस संदेश को सफलतापूर्वक देने के लिए अपने जवानों का शुक्रिया अदा करता हूं कि हम उन पर केवल यहां निशाना नहीं साध सकते बल्कि जरूरत पड़ने पर कहीं भी उन पर निशाना साध सकते हैं.’’ उन्होंने पाकिस्तान पर लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत पड़ोसी देश से मित्रवत रिश्ते चाहता है लेकिन आतंकवाद के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगा.