S jaishankar On New Parliament: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की नई संसद में लगे अशोक वंश के दौरान देश की सीमाओं के नक्शे वाले अखंड भारत भित्ति चित्र पर सवाल उठाने को लेकर उनके ऊपर तंज कसा. पाकिस्तान की आलोचना का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, यह उनको (पाकिस्तान) नहीं समझ आएगा क्योंकि उनके पास समझने की शक्ति नहीं है.
विदेश मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत की नई संसद में लगा अविभाजित भारत का भित्ति चित्र अशोक साम्राज्य के प्रसार और उसके एक जिम्मेदार शासन के विचार को दिखाने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा, पाकिस्तान इस बात को इसलिए नहीं समझ सकता है क्योंकि उसके पास इस बात को समझने की ताकत नहीं है.
नेपाल और बांग्लादेश की चिंताओं पर एस जयशंकर ने कहा, वह हमारे भित्ति चित्र का मतलब समझ जाएंगी इसमें चिंता करने वाली कोई भी बात नहीं है. उन्होंने कहा जहां तक बात रही पाकिस्तान की और उसके कब्जे किए गए कश्मीर की तो भारत की संसद से लेकर भारत के सभी नागरिकों का इस मामले में एक ही मत है कि कश्मीर हमारा है.
भारत किसी दबाव से प्रभावित नहीं होता
जयशंकर ने उत्तरी सीमा पर स्थिति और चीन की ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल के खिलाफ देश के रुख का हवाला देते हुए कहा कि भारत किसी दबाव में नहीं आता और न ही वह किसी लालच और गलत विमर्श से प्रभावित होता है. विदेश मंत्री ने कहा कि आज दुनिया का बड़ा हिस्सा भारत को एक विकास साझेदार के रूप में पहचानता है. उन्होंने साथ ही कहा कि ‘ग्लोबल साउथ’ भारत को एक विश्वसनीय भागीदार के तौर पर देखता है.
विदेश मंत्री ने वैश्विक मंच पर भारत के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि आर्थिक क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत ने महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसमें कोविड रोधी टीके की आपूर्ति का अभियान ऑपरेशन मैत्री भी शामिल है. विदेश मंत्री ने बताया कि श्रीलंका के आर्थिक संकट के समय भी भारत ने उसका हाथ नहीं छोड़ा.