नई दिल्ली: कई बार विवादास्पद बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान को रोहिंग्या मुसलमानों को अपने यहां शरण दे देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वैसे भी जैश-ए-मुहम्मद का सरगना मसूद अजहर उनका बहुत मुरीद है. कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और सीमापार से घुसपैठ की लगातार कोशिशों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि भारत में और घुसपैठियों को सहने की क्षमता नहीं है, इसलिए रोहिंग्या मुस्लिमों को जाना होगा.


मंत्री ने सरकार का रुख दोहराया कि रोहिंग्या अवैध प्रवासी हैं जो भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि मानवता कानून से ऊपर नहीं है. उनका यह बयान रोहिंग्या मुसलमानों को निर्वासित करने के सरकार के फैसले की आलोचना की पृष्ठभूमि में आया है. ये लोग म्यांमार के हिंसा प्रभावित रखाइन प्रांत को छोड़कर आए हैं.


केंद्रीय मंत्री ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अगर मसूद अजहर को रोहिंग्या मुसलमान इतने प्रिय हैं तो बेहतर होगा कि पाकिस्तान उन्हें ले ले.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत में कुछ राजनेता हैं जो रोहिंग्या लोगों के समर्थन में खड़े हैं.’’ सिंह ने यहां सीआईआई की तरफ से आयोजित एक सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्हें भी बता दिया जाना चाहिए कि वे रोहिंग्या समुदाय के लोगों को पाकिस्तान भेज दें. अगर पाकिस्तान की सरकार के समर्थन वाला उस देश का आतंकी नेता अजहर यह कह रहा है तो पाकिस्तान की सरकार को उन्हें ले जाना चाहिए.’’ सरकार ने नौ अगस्त को संसद में कहा था कि भारत में 14 हजार से अधिक रोहिंग्या लोग रहते हैं.


कुछ महीने पहले गिरिराज सिंह के इस बयान पर विवाद शुरू हो गया था कि ‘‘नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोकने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है और उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए.’’