भारत ने साल 2024-25 के लिए मंगलवार (23 जुलाई, 2024) को बजट पेश किया, जिसका 12.9 फीसदी रक्षा क्षेत्र के लिए रखा गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने कहा कि सरकार ने तीनों सेनाओं और हथियारों, मिसाइलों समेत पूरे डिफेंस के लिए 6.21 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा है. भारत का बजट देखकर पाकिस्तान की आंखें फट गई हैं. पाकिस्तान के एक्सपर्ट कमर चीमा ने चिंता जाहिर की है कि अब पाकिस्तान कैसे भारत का सामना करेगा.
पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि भारत अपने रक्षा क्षेत्र पर 75 बिलियन डॉलर खर्च करता है, जबकि पाकिस्तान सिर्फ 15 बिलियन डॉलर पर है. वहीं, चीन ने 2024-25 के लिए अपना रक्षा बजट ने 72 फीसदी बढ़ाकर 225 बिलियन डॉलर कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान के लिए भारत की फौज का सामना करना कितना मुश्किल है.
कमर चीमा ने चिंता जताते हुए कहा, 'इतनी बड़ी मिलिट्री, नेवल क्षमता, एयरफोर्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, न्यूक्लियर वेपंस, इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल क्या-क्या नहीं है भारत के पास. अब पाकिस्तान इसका कैसे मुकाबला करेगा. ये पूरा जो जियोपॉलिटिकल एनवायरमेंट है, जबकि इंडिया इस समय आत्मनिर्भर भारत पर फोकस कर रहा है.' उन्होंने आगे कहा कि स्टॉकहॉम इंस्टीट्यूट ऑफ पीस रिसर्च (SIPRI) का डेटा देखें तो पता चलेगा कि कैसे चीजें शिफ्ट हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सिप्री के अनुसार पूरी दुनिया का रक्षा खर्च 2,443 बिलियन डॉलर है, जो पिछले साल के मुकाबले 6.8 फीसदी ज्यादा है. इसमें भारत की तगड़ी पॉजिशन है. भारत चौथा ऐसा देश है जो रक्षा क्षेत्र में सबसे ज्यादा खर्च कर रहा है.
कमर चीमा ने कहा, 'सिप्री कहता है कि भारत 83.6 बिलियन डॉलर है, लेकिन भारत जो डेटा देता है उसके हिसाब से वह 76 बिलियन डॉलर है. भारत ऐसा देश है जो समझता है कि हमें बहुत तेजी से खर्च करने की जरूरत है क्योंकि चीन बहुत आगे निकल रहा है. वो चीन की तरफ देख रहे हैं और पाकिस्तान भारत की तरफ देख रहा है. हमारे लिए बहुत गंभीर मुद्दा है.'
उन्होंने आगे कहा कि भारत अपनी जीडीपी का 1.9 फीसदी खर्च डिफेंस पर कर रहा है. वो 2 पर्सेंट के करीब है. पूरी दुनिया में यूरोप, NATO दो फीसदी की बात करते हैं तो भारत ने वो कंपेरिजन रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत के रक्षा बजट पर पश्चिमी देश बहुत ध्यान देते हैं.
सरकार ने मंगलवार को 2024-25 के रक्षा बजट के लिए 6,21,940 करोड़ रुपये आवंटित किए, जो पिछले साल की तुलना में 5.94 लाख करोड़ रुपये से अधिक हैं. कैपिटल आउटले 1,72,000 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि घरेलू पूंजी खरीद के लिए 1,05,518 करोड़ रुपये का आवंटन रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को और गति प्रदान करेगा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि 1,72,000 करोड़ रुपये का कैपिटल आउटले सशस्त्र बलों की क्षमताओं को और मजबूत करेगा.
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