Chenab Bridge: अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, चीन संग मिलकर कर रहा चिनाब ब्रिज की जासूसी
Jammu and Kashmir Chenab Bridge: 272 किलोमीटर लंबा पुल ऑल-वेदर रेलवे सेक्शन का हिस्सा है जो जम्मू से होकर गुजरेगा और इसकी आखिरी डेस्टिनेशन कश्मीर घाटी होगी.
Pakistan Collecting Information on J&K Chenab Bridge: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में दहशतगर्दों को भेजने के अलावा पाकिस्तान अब भारत की जासूसी भी करा रहा है. इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीनी समकक्षों के निर्देश पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जम्मू-कश्मीर के चिनाब ब्रिज के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है, जो रियासी और रामबन जिलों को जोड़ने वाला रेलवे पुल है.
दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज का हाल ही में ट्रायल शुरू हुआ है और इससे जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच संपर्क बढ़ने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक, पुल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तानी और चीनी दोनों खुफिया एजेंसियों ने एकत्र की है.
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगे 20 साल
सरकार को जम्मू के रियासी जिले में पुल को पूरा करने में 20 साल से अधिक का समय लगा. यह 272 किलोमीटर लंबा पुल ऑल-वेदर रेलवे सेक्शन का हिस्सा है जो जम्मू से होकर गुजरेगा और इसका अंतिम गंतव्य कश्मीर घाटी होगा. हालांकि, प्रोजेक्ट के पूरा होने की कोई समय सीमा नहीं है. वर्तमान में, कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सड़क अक्सर सर्दियों के दौरान कट जाती है क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग बाधित हो जाता है.
भारत को इस ब्रिज से मिलेगा रणनीतिक लाभ
जानकार बताते हैं कि चिनाब ब्रिज के साथ, भारत को अशांत सीमा क्षेत्र में रणनीतिक लाभ मिलेगा. कश्मीर का हिमालयी क्षेत्र, जो लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव का केंद्र रहा है, एक नई रेलवे लाइन के साथ एक प्रमुख बुनियादी ढांचा पाने के लिए तैयार है जो 50 से अधिक राजमार्गों, रेलवे और बिजली प्रोजेक्ट का हिस्सा है. बता दें कि स्वतंत्रता के बाद से भारत और पाकिस्तान दोनों ने कश्मीर पर दो बार युद्ध लड़ा है, जिसमें दोनों ने पूरे क्षेत्र पर दावा किया है.
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