(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistani Propaganda: 'पाकिस्तान अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए भारत के खिलाफ कर रहा प्रोपगेंडा', विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट से खुलासा
Pakistan Conspiracy: भारत ने पाकिस्तान से संबंध सुधारने का फैसला उस पर ही छोड़ा है. विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि रिश्तों को बेहतर करने के लिए उसे अपनी धरती से आतंकवाद फैलाना बंद करना पड़ेगा.
MEA Report On Pakistan: पाकिस्तान इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है. पड़ोसी मुल्क में लोगों को दो वक्त की खाने की रोटी तक जुटाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे बुरे हालातों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान ने बड़ी साजिश रची है. अपनी घरेलू विफलताओं को छिपाने के लिए अब वह भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में लगा है. भारतीय विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है.
विदेश मंत्रालय ने सोमवार (13 मार्च) को अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पड़ोसी मुल्क अपनी घरेलू राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए भारत के खिलाफ शत्रुतापूर्ण और मनगढ़ंत प्रचार करने में लगा है. उसका मकसद भारत को बदनाम करना है. आतंकवाद पर पाकिस्तान को लपेटते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, "पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद में कोई कमी नहीं आई है."
आतंकवाद पर पाकिस्तान को लताड़ा
विदेश मंत्रालय ने 2022 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा, "इस्लामाबाद ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने में अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई है." उसने कहा, "भारत तो पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है और नई दिल्ली की निरंतर स्थिति यह रही है कि आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय मुद्दों और शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए." विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.
पाकिस्तान से सामान्य होंगे संबंध?
विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत ने पूरी तरह से पाकिस्तान के सभी कार्यों और बयानों को खारिज कर दिया है, जो भारत के लिए पूरी तरह से आंतरिक हैं." विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत के लगातार आग्रह के बावजूद पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ आतंकवाद, घुसपैठ और हथियारों की अवैध तस्करी में कोई कमी नहीं आई है. विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत की निरंतर स्थिति यह है कि दोनों देशों के बीच यदि कोई भी मुद्दा हो तो उसे आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए."