नई दिल्ली: पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. रविवार को सुंदरबनी इलाके में घुसपैठ की कोशिश के बाद कल पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सीजफायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तानी रेंजर्स के निशाने पर भारतीय सेना का शिविर था. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान ने गोलीबारी ऐसे समय में की जब भारत और पाकिस्तान के बीच कल सुबह डीजीएमओ स्तर की बातचीत हुई थी और भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को नई दिल्ली में तलब किया था.


जम्मू में सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने मंगलवार शाम को बताया, ‘‘पाकिस्तान की सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए रॉकेट से संचालित होने वाले ग्रेनेड दागे और छोटे हथियारों से गोलीबारी की. इनमें से एक पुंछ में स्टोर शेल्टर में गिरा और इसमें आग लग गई.’’


गोला पाकिस्तान ने 105/106एमएम रॉकेट लांचर से दागा था. माना जा रहा है कि सालों बाद पाकिस्तान ने एलओसी‌‌ के‌ इतने अंदर‌ (यानि 10-11 किलोमीटर) में भारतीय‌ सेना के किसी कैंप पर हमला बोला है.


पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव पांडे ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि सीमा पर से फेंका गया बम सेना के ब्रिगेड मुख्यालय के अंदर गिरा और वहां आग लग गई. संघर्ष विराम उल्लंघन की एक अन्य घटना में शाम को कृष्णा घाटी सेक्टर में 82 एमएम का मोर्टार झलास इलाके में जा कर गिरा. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.


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डीजीएमओ की बातचीत
मंगलवार को ही भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की साप्ताहिक बातचीत हॉटलाइन पर हुई थी.‌ भारत‌ के ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से रविवार को सुंदरबनी सेक्टर की घटना पर कड़ा ऐतराज जताया था.


पाकिस्तानी अधिकारी तलब
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार घुसपैठ के प्रयास को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया. घुसपैठ के इस प्रयास में दो आतंकियों को मार गिराया गया था, जबकि तीन भारतीय जवान शहीद हो गए थे. मंत्रालय ने कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में पाकिस्तानी बलों द्वारा बगैर किसी उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन की जारी घटनाओं के प्रति गंभीर चिंता प्रकट करता है.


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