बॉर्डर पर 19 महीने बाद भंग हुई शांति, अरनिया सेक्टर में पाक ने की फायरिंग, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
India Pakistan Border: फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच लाइन ऑफ कंट्रोल को लेकर युद्धविराम समझौता हुआ था. ये समझौता दोनों देशों के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच हुआ था.
Pakistan Violates Ceasefire: भारत पाकिस्तान सीमा (India Pakistan Boader) पर पिछले 19 महीने से छाई शांति भंग हो गई है. मंगलवार को पाकिस्तान (Pakistan) ने अरनिया सेक्टर में गोलीबारी की जिसके जवाब में बीएसएफ (BSF) के जवानों ने भी मुंहतोड़ फायरिंग की. हालांकि, इस गोलीबारी में भारत (India) के किसी जवान के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन फरवरी 2021 में दोनों देशों के बीच हुए युद्धविराम समझौते (Ceasefire Agreement) के बाद ये पहली बार है कि भारत-पाकिस्तान के बीच क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग (Cross Boarder Firing) हुई है
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जम्मू स्थित प्रवक्ता ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि मंगलवार की सुबह अरनिया सेक्टर में बिना किसी उकसावे के बीएसएफ की पैट्रोलिंग पार्टी पर पाक-रेंजर्स (पाकिस्तान के सीमा सुरक्षा बल) ने फायरिंग की. इसके जवाब में अलर्ट बीएसएफ के जवानों ने भी करारा जवाब दिया. बीएसएफ के मुताबिक, इस गोलीबारी में कोई भी भारतीय जवान घायल नहीं हुआ है और ना ही कोई नुकसान हुआ है.
दोनों देशों के बीच एलओसी को लेकर समझौता
गौरतलब है कि फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी (LOC) यानी लाइन ऑफ कंट्रोल को लेकर युद्धविराम समझौता हुआ था. ये समझौता दोनों देशों के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच हुआ था, लेकिन इस समझौता का असर ये हुआ था कि इसके बाद दोनों देशों के बीच इंटरनेशनल बॉउंड्री (IB) पर भी फायरिंग की कोई घटना सामने नहीं आई थी.
पाकिस्तान ने बंद नहीं की आतंकी घुसपैठ
हालांकि, युद्धविराम समझौते के बाद भी पाकिस्तान की तरफ से एलओसी और आईबी पर आतंकियों की घुसपैठ बंद नहीं हुई थी. जम्मू का नौशेरा या पूंछ सेक्टर हो या फिर कश्मीर घाटी का उरी, कुपवाड़ा और केरन सेक्टर, आतंकियों की घुसपैठ जारी थी. अगस्त महीने के आखिरी हफ्ते में तो एक के बाद एक पांच इलाकों में घुसपैठ की बड़ी घटनाएं सामने आई थीं जिनमें पाकिस्तान से आए आतंकियों को ढेर तक किया गया था. 21 अगस्त को नौशेरा सेक्टर में एक पाकिस्तानी आंतकी, तबरक हुसैन को मुठभेड़ के बाद भारतीय सेना ने घायल-अवस्था में जिंदा तक धर दबोचा था (बाद में तबरक की अस्पताल में इलाज के दौरान हार्ट-अटैक से मौत हो गई थी).
जम्मू से सटी अंतरर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर तो पाकिस्तान की तरफ से लगातार ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग तक जारी थी. जम्मू एयर फोर्स स्टेशन पर तक ड्रोन से हमला किया गया था. सोमवार की घटना से साफ है कि पाकिस्तान बदलने वाला नहीं है और सीमा पर गतिरोध जारी रखना चाहता है. अगर ऐसा हुआ तो आने वाले समय में दोनों देशों की सेनाओं में तनातनी बढ़ सकती है.
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